नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) चीन की दो बार की पैरालंपिक चैंपियन वेन शियाओयान ने यहां विश्व पैरा-एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 100 मीटर टी37 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के बाद इसे सर्वश्रेष्ठ रेस स्थल करार देते हुए इन खेलों की शानदार मेजबानी के लिए भारत की तारीफ की।
शियाओयान का दाहिना पैर जन्मजात अक्षमता के कारण विकृत है। उन्होंने अपनी स्पर्धा में 12.93 सेकंड के सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय के साथ शीर्ष स्थान हासिल कर 2024 में जीते गए स्वर्ण का बचाव किया।
इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन को अपने मानकों के अनुसार ‘औसत’ बताया, लेकिन चैंपियनशिप के मेजबान के रूप में भारत से काफी प्रभावित दिखी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह यहां मेरी दूसरी प्रतियोगिता है। आज का परिणाम औसत है क्योंकि मैं दौड़ के दौरान थोड़ी कमजोर महसूस कर रही थी। मुझे लगता है कि भारत ने सुविधाओं और समग्र माहौल को लेकर बहुत ईमानदारी दिखाई है।’’
उन्होंने इसे विश्व स्तरीय करार देते हुए कहा, ‘‘ इस आयोजन का रेस स्थल सबसे अच्छा है। इसलिए मैं भारत सरकार और यहां के स्वयंसेवकों को धन्यवाद देना चाहूंगी।’’
प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नयी बिछाई गई मोंडो ट्रैक के अलावा, अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
वेन चार और पांच अक्टूबर को व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करने वाली हैं। उन्होंने इनमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखने का वादा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में भाग लेने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगी। मुझे उम्मीद है कि मैं चीन के लिए और पदक जीतूंगी।’’