नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और वंचितों के उत्थान में उनके योगदान को याद किया।
राधाकृष्णन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि गांधी ने अपने जीवन और शिक्षाओं के माध्यम से मानवता को सत्य, प्रेम और निःस्वार्थ सेवा का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा, “उनका पूरा जीवन वास्तव में सत्य के साथ एक प्रयोग था।”
उपराष्ट्रपति ने गांधी के उन शब्दों को याद किया कि लोगों को विचार करना चाहिए कि क्या उनके कार्य उस सबसे गरीब और कमजोर व्यक्ति को लाभ पहुंचाएंगे जिसे उन्होंने देखा है।
एक अन्य पोस्ट में राधाकृष्णन ने कहा कि शास्त्री का जीवन और नेतृत्व सादगी और ईमानदारी का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि शास्त्री के अटल समर्पण और नैतिक साहस ने पीढ़ियों को देश की भलाई के लिए व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठने के लिए प्रेरित किया है।
उन्होंने कहा, “उनका अद्भुत उद्धरण ‘जय जवान, जय किसान’ हमें हमारे किसानों और सैनिकों के बीच अटूट बंधन की याद दिलाता है, जो भारत की प्रगति और सुरक्षा के अनिवार्य स्तंभ हैं।”
राधाकृष्णन ने कहा कि शास्त्री के निःस्वार्थ सेवा के आदर्श राष्ट्र को प्रेरित करते रहेंगे।