आभूषण बार-बार नहीं खरीदे जाते,इसलिए आभूषण खरीदते समय यदि कुछ सावधानियां रखी जाए तो भविष्य में आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। वैसे तो कई सावधानियां रखी जानी आवश्यक हैं जो लगभग सभी प्रकार के आभूषण खरीदते वक्त रखी जानी चाहिए। जरा इन पर गौर फरमाइए:- जिस दुकान से आप ज्वैलरी खरीद रहे हैं, उसकी विश्वसनीयता का पता कर लें। यह भी देख लें कि वह दुकान बाजार में काफी समय से है या नहीं। जेवर ऐसे चुनें जो आपकी पसंद, ड्रेस और पर्सनैलिटी के अनुसार हों,ऐसा न हो कि आपने हल्के कपड़े पहने हों और जेवर भारी हो जाए। जेवर खरीदते समय या बाद में उसे दुकान पर ही पहनकर जरूर देखें। दुकानदार द्वारा दी जाने वाली गारंटी लिखित में लें और उसे अच्छी तरह चेक कर लें कि जो आभूषण आपने लिए हैं, उसी से सम्बन्धित जानकारी आगे लिखी हो। सभी गहने जैसे नेकलेस, ब्रेसलेट, अंगूठी, कंगन, पायजेब को अच्छी तरह छूकर देखें कि कोई नोक चुभ तो नहीं रही। आभूषण में यदि नग,मोती,या अन्य काम है तो उसका वजन अलग से करवाना चाहिए। आभूषण न ज्यादा ढीले हों, न ज्यादा कड़े अन्यथा बन जाने के बाद तुड़वाना महंगा पड़ सकता है। यदि नाक, कान, हाथ के लिए जेवर खरीद रहे हैं तो यह निश्चित कर लें कि इन्हें सिंगल खरीदना है या सेट के साथ। हालमार्क का चिन्ह ज्वैलरी की शुद्धता बताता है। जितना हो सके सोने के गहने ठोस ही बनवाएं ताकि उनमें कम से कम टांका हो। ज्वैलरी खरीदते समय यह अवश्य ध्यान रखें कि गहने के साथ टैग या धागा तो नहीं तोला जा रहा है।