नयी दिल्ली, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) विनिर्माता एथर एनर्जी मानक के रूप में स्वीकृत अपने चार्जिंग कनेक्टर को इस उद्योग की कंपनियों को मुफ्त में अपनाने की सुविधा देने के लिए तैयार है। कंपनी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी रवनीत एस फोकेला ने यह जानकारी दी।
इस साल अक्टूबर में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने एथर एनर्जी के स्वदेशी तौर पर विकसित एसी और डीसी संयुक्त चार्जिंग कनेक्टर को मंजूरी दी थी। इसे हल्के इलेक्ट्रिक वाहनों (एलईवी) – इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहनों के साथ-साथ माइक्रो कारों के लिए मानक दर्जा मिला है।
कंपनी मार्च, 2024 तक अपने चार्जिंग नेटवर्क को मौजूदा 1,600 से बढ़ाकर 2,500 करने पर भी काम कर रही है। इसके साथ ही कंपनी अपने चार्जिंग कनेक्टर को अपनाने के लिए अन्य विनिर्माताओं के साथ भी बातचीत कर रहा है।
फोकेला ने पीटीआई-भाषा से कहा, “इस चार्जिंग कनेक्टर पर हमें एक बौद्धिक संपदा (आईपी) अधिकार मिला हुआ है। हम कई मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) से बात कर रहे हैं और उनसे कहा है कि यदि वे इसे अपनाना चाहते हैं, तो हम उनकी मदद करेंगे।”
फोकेला ने कहा कि एथर एनर्जी अपने चार्जिंग कनेक्टर की विशेषज्ञता को अन्य ईवी कंपनियों के साथ साझा करने को तैयार है।
फोकेला ने कहा, “हम इसके लिए पैसा लेने की नहीं सोच रहे हैं। हम बुनियादी ढांचे पर प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहते हैं। हम चार्जिंग पक्ष पर सहयोग करना चाहते हैं और वाहन पक्ष पर प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह ईवी उद्योग के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि अगर चार्जिंग बुनियादी ढांचे को सुसंगत बनाया जा सकता है तो यह स्वतंत्र उद्यमों को बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।