मॉस्को, यूक्रेन और रूस के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के मध्य रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की सेना को कम से कम 170,000 और सैनिकों को शामिल करने के शुक्रवार को आदेश दिए।
यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष 22 माह से जारी है। पुतिन का यह आदेश शुक्रवार को जारी हुआ और इसे तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया दिया गया जिससे रूसी सैन्यकर्मियों की बढ़कर संख्या 2,200,000 हो गई। इसमें 1,320,000 सैनिक भी शामिल हैं।
अगस्त 2022 में पुतिन ने 137,000 सैनिकों को शामिल करने के आदेश दिए थे जिसके बाद सैन्यकर्मियों की संख्या लगभग 20 लाख और सैनिकों की संख्या लगभग 1,150,000 हो गई थी।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सेना में शामिल होने की इच्छा रखने वालों की भर्ती की जाएगी। मंत्रालय ने यूक्रेन में जारी संघर्ष को ‘‘विशेष सैन्य अभियान’’ करार दिया और सेना में विस्तार के पीछे उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के बढ़ने को जिम्मेदार ठहराया।
बयान में कहा गया कि ‘‘ रूस की सीमा के निकट नाटो के संयुक्त सशस्त्र बल तैनात किए जा रहे हैं और अतिरिक्त हवाई रक्षा प्रणालियों के साथ ही हथियार तैनात किए जा रहे हैं। नाटो की सामरिक परमाणु बलों की क्षमता बढ़ाई जा रही है।’’
मंत्रालय ने कहा कि नाटो की आक्रामक गतिविधियों को देखते हुए रूसी सेना की क्षमता को बढ़ाना उचित कदम है।