भुवनेश्वर, 22 सितंबर (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सोमवार को विधानसभा को सूचित किया कि राज्य में जून 2024 से इस वर्ष जुलाई के बीच महिलाओं के खिलाफ अपराध के 37,611 मामले दर्ज किए गए।
कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस के प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि इन 14 महीनों के दौरान राज्य में दुष्कर्म के 2,933 मामले, छेड़छाड़ के 9,181 मामले, यौन उत्पीड़न के 1,278 मामले, महिलाओं के सार्वजनिक रूप से कपड़े उतारने के 2161 मामले, महिलाओं के अपहरण के 8,227 मामले, दहेज संबंधी प्रताड़ना के 5,464 मामले और गैर-दहेज प्रताड़ना के 6,134 मामले दर्ज किए गए।
माझी ने बताया कि इसी तरह राज्य भर के विभिन्न थानों में छेड़छाड़ के 702 मामले, दुष्कर्म के प्रयास के 174 मामले, यौन संबंध के बाद शादी से इनकार के 334 मामले, पीछा करने के 447 मामले, एसिड हमले के तीन मामले, एसिड हमले के प्रयास के तीन मामले, महिलाओं की तस्करी के 127 मामले, दहेज हत्या के 264 और दहेज आत्महत्या के 44 मामले दर्ज किए गए।
उन्होंने बताया कि महिलाओं से अपराध के इन मामलों में 5,979 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें गिरफ्तार हुई 225 महिलाएं भी शामिल हैं।
राज्य में महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदम का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुष्कर्म, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम और एसिड हमलों समेत महिलाओं के किसी भी संवेदनशील मामले की निगरानी पुलिस अधीक्षक (एसपी) या अतिरिक्त एसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराध की जांच के लिए ‘अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी)-अपराध शाखा के तहत अपराध की निगरानी इकाई काम कर रही है।
बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों के मामलों में सुनवाई में तेजी लाने के लिए 24 विशेष पॉक्सो अदालतें काम कर रही हैं, वहीं महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थानों पर गश्त में सुधार के लिए जिला पुलिस द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं।