भारतीय मूल की स्वास्थ्य कार्यकर्ता बनीं सिंगापुर के श्रम समूह की अध्यक्ष

सिंगापुर,  भारतीय मूल की स्वास्थ्य कार्यकर्ता को देश के सबसे बड़े श्रम समूह ‘नेशनल ट्रेड्स यूनियन कांग्रेस’ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

चैनल ‘न्यूज एशिया’ की खबर के अनुसार, नेशनल ट्रेड्स यूनियन कांग्रेस’ (एनटीयूसी) के करीब 450 प्रतिनिधियों में से 58 संबद्ध यूनियन ने बृहस्पतिवार को गुप्त मतदान प्रक्रिया के जरिए थनलेचिमी को चुना और 2027 तक चार साल के कार्यकाल के लिए एक नयी समिति का गठन किया गया।

थनलेचिमी (57) मेरी लियू का स्थान लेंगी जिन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपने दो कार्यकाल के बाद फिर से चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी। 62 वर्ष का होने पर एनटीयूसी के नेता को अपना पद छोड़ना होता है ताकि नए युवा उम्मीदवारों को मौका मिल सके।

थनलेचिमी ने यूनियन में कई भूमिकाएं निभाईं। उन्होंने 2016 से 2018 तक संसद के नामांकित सदस्य के तौर पर सेवा दी।

एनटीयूसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि थनलेचिमी को 1998 में ‘नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एम्प्लॉइज यूनियन’ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था और ‘हेल्थ कॉरपोरेशन ऑफ सिंगापुर स्टाफ यूनियन’ के साथ इसके विलय में उनकी मुख्य भूमिका थी।



इससे 2006 में ‘हेल्थकेयर सर्विसेज एम्प्लॉइज यूनियन’ का गठन हुआ, जिसका 2011 से अध्यक्ष के रूप में थनलेचिमी ने नेतृत्व किया।

नियुक्ति के बाद थनलेचिमी ने कहा, ‘‘इस साल की शुरुआत में हमने अपने श्रमिकों के समझौते को नवीनीकृत किया था और अध्यक्ष के रूप में यह मेरा कर्तव्य होगा कि हम नयी केंद्रीय समिति के साथ अपने श्रमिकों के हितों की रक्षा करना जारी रखें, उनके वेतन, कल्याण और कार्य संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए लक्षित पहल पर काम करें।’’

चुनाव एनटीयूसी राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन में हुआ, जो बुधवार और बृहस्पतिवार को हुआ। एनटीयूसी हर चार साल में एक बार राष्ट्रीय प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित करता है।