मुंबई, 18 सितंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बृहस्पतिवार को आर्थिक वृद्धि और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए राजकोषीय अनुशासन की जरूरत बतायी।
मल्होत्रा ने राज्यों के वित्त सचिवों के 35वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यों द्वारा व्यय की गुणवत्ता में सुधार लाने और बजट के अलावा अन्य स्रोतों से उधारी में सूझबूझ सुनिश्चित करने पर ध्यान देने की भी आवश्यकता बतायी।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक बयान में कहा कि सम्मेलन का विषय ‘राजकोषीय मजबूती के मार्ग से आर्थिक समृद्धि की ओर’ था।
गवर्नर ने मुद्रा प्रबंधन, वित्तीय समावेश और एकीकृत ऋण इंटरफेस के क्षेत्रों में किए जा रहे विभिन्न उपायों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्यों और रिजर्व बैंक के बीच सक्रिय समन्वय की भी जरूरत बतायी।
बैठक में, अन्य बातों के अलावा, राज्यों द्वारा नकदी प्रबंधन और बाजार उधारी तथा राजकोषीय मजबूती से संबंधित मुद्दों की समीक्षा की गई।
इस सम्मेलन में व्यय विभाग (वित्त मंत्रालय) के सचिव और 28 राज्यों तथा दो केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त सचिवों ने भाग लिया। वित्त मंत्रालय, लेखा महानियंत्रक और भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के अधिकारी भी इसमें शामिल हुए।