मुंबई, 17 सितंबर (भाषा) भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने कहा है कि नियामक बैंकों, बीमा कंपनियों और पेंशन कोषों को गैर-कृषि जिंस डेरिवेटिव बाजारों में निवेश की अनुमति देने के लिए सरकार के साथ ‘बातचीत’ करेगा।
उन्होंने बुधवार को कहा कि पूंजी बाजार नियामक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को गैर-नकद निपटान वाले, गैर-कृषि जिंस डेरिवेटिव अनुबंधों में व्यापार करने की अनुमति देने के प्रस्ताव पर भी विचार कर रहा है।
पांडेय ने एमसीएक्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हम बैंकों, बीमा कंपनियों और पेंशन कोषों को इन (गैर-नकद, गैर-कृषि) बाजारों में व्यापार करने की अनुमति देने के लिए सरकार के साथ भी बातचीत करेंगे।’’
दिसंबर, 2025 के अंत तक, सेबी अनुपालन रिपोर्ट के लिए एक सामान्य रिपोर्टिंग तंत्र में जिंस-विशिष्ट ब्रोकर को शामिल करेगा।
पांडेय ने बताया कि जिंस बाजारों को देश के लिए दुर्लभ धातुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।