हैदराबाद, 16 सितंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को यहां परेड मैदान में केंद्र सरकार द्वारा आयोजित ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
यह आयोजन 1948 में निजाम शासन के तहत पूर्ववर्ती हैदराबाद रियासत के भारतीय संघ में (17 सितंबर को) विलय की सालगिरह मनाने के लिए आयोजित किया जाता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सूत्रों ने मंगलवार को यहां कहा कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार भी समारोह में भाग लेंगे।
भारतीय संघ के साथ हैदराबाद की पूर्ववर्ती रियासत के एकीकरण में पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका को याद करते हुए तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष एन रामचंद्र राव ने मंगलवार को लोगों से बड़ी संख्या में परेड मैदान में आयोजित समारोह में भाग लेने का आग्रह किया।
केंद्र सरकार पिछले कई वर्षों से ‘मुक्ति दिवस’ का आयोजन कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2023 में समारोह में भाग लिया था।
इस बीच, तेलंगाना सरकार इस दिन को ‘प्रजा पालना दिनोत्सवम’ के रूप में मनाएगी।
17 सितंबर, 1948 की तेलंगाना में अलग-अलग दलों द्वारा अलग-अलग व्याख्या की गई है।
पिछले दो दशकों से भाजपा यह मांग कर रही है कि राज्य सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर इस दिन को मनाया जाए।
भाजपा के नेताओं का आरोप है कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में क्रमिक सरकारें और तेलंगाना के गठन के बाद वहां की सरकार ने तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के कारण आधिकारिक तौर पर 17 सितंबर को मनाने से इनकार कर दिया।
भाजपा इसे ‘मुक्ति दिवस’ कहती है, जबकि पूर्ववर्ती बीआरएस सरकार ने इस दिन को ‘राष्ट्रीय एकीकरण दिवस’ के रूप में मनाया था।
मौजूदा कांग्रेस सरकार इस दिन को ‘तेलंगाना प्रजा पालना दिनोत्सवम’ के रूप में मनाती है।
भाकपा 17 सितंबर को कम्युनिस्टों के नेतृत्व में ‘तेलंगाना सशस्त्र संघर्ष’ की सफल परिणति के रूप में याद करती है।