समरकंद (उज्बेकिस्तान), 16 सितंबर (भाषा) भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली ने कहा कि यहां फिडे ग्रैंड स्विस खिताब उनके लिए महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है क्योंकि लगातार सुधार के प्रयासों के बावजूद पिछले साल उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।
वैशाली लगातार दूसरी बार यह प्रतियोगिता जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई है। उन्होंने इस जीत से 40,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि के अलावा अगले वर्ष के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भी स्थान हासिल किया।
वैशाली से जब 2023 में मिली जीत और हाल की जीत के बीच में तुलना करने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा,‘‘यह कहना मुश्किल है कि कौन सी जीत बेहतर थी। 2023 में जब मैं संघर्ष कर रही थी तब मुझे जीत हासिल हुई थी और उसके बाद काफी चीज पटरी पर आ गई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष भी मैं बहुत मेहनत कर रही थी लेकिन परिणाम मेरे अनुकूल नहीं आ रहे थे, यह जीत बहुत महत्वपूर्ण है।‘‘
दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी के बाद वैशाली कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाने वाली तीसरी भारतीय बनीं।
वैशाली ने कहा, ‘‘पिछले दो वर्षों में मुझे काफी अनुभव हासिल हुआ। इस बीच कई ऐसे मुश्किल क्षण आए जिन्होंने मुझे एक खिलाड़ी और एक इंसान के रूप में मजबूत बनाया। अब मैं पहले से बेहतर खिलाड़ी बन गई हूं।’’