शेनझेन (चीन), 16 सितंबर (भाषा) स्टार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने बुधवार को यहां पहले दौर में डेनमार्क की जूली डावाल जैकबसन को सीधे गेम में हराकर चीन मास्टर्स सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
युवा आयुष शेट्टी को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद पुरुष एकल के पहले दौर में छठे वरीय और दुनिया के पांचवें नंबर के चीनी ताइपे के खिलाड़ी चाउ टिएन चेन के खिलाफ 68 मिनट में 19-21 21-12 16-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी। रुतविका गाडे और रोहन कपूर की मिश्रित युगल जोड़ी भी युइची शिमोगामी और सयाका होबारा की जापान की जोड़ी के खिलाफ 17-21 11-21 की हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो गई।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने जैकबसन को सिर्फ 27 मिनट में 21-4, 21-10 से हराया। भारतीय खिलाड़ी को यह जीत हांगकांग ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट के शुरुआती दौर में डेनमार्क की लाइन क्रिस्टोफरसन के खिलाफ हार के 10 दिन से भी कम समय बाद मिली है।
इस साल हांगकांग ओपन सहित छह बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर प्रतियोगिताओं के पहले दौर में हार का सामना करने वाली सिंधू अच्छी लय में नजर आईं और इस 30 वर्षीय खिलाड़ी ने कुछ ही समय में अच्छी बढ़त बना ली और पहला गेम 10 मिनट से थोड़े अधिक समय में जीत लिया।
दूसरे गेम में भी यही सिलसिला जारी रहा। पिछले दो मुकाबलों में डेनमार्क की खिलाड़ी को हराने वाली सिंधू ने 4-1 की बढ़त बनाई लेकिन जैकबसन ने स्कोर 4-4 कर दिया।
इसके बाद सिंधू ने अपने अनुभव और बेहतरीन तकनीक का नजारा पेश करते हुए प्रतिद्वंद्वी की चुनौती को ध्वस्त कर दिया। सिंधू ने लगातार छह अंक के साथ स्कोर 11-8 से 17-8 पर किया और फिर आसानी से कैच जीत लिया।
पिछली बार जब दोनों खिलाड़ी मार्च में योनेक्स स्विस ओपन के शुरुआती दौर में भिड़ीं थी तो जैकबसन ने हार के बावजूद सिंधू को कड़ी टक्कर दी थी।
युवा शेट्टी ने कड़ी चुनौती पेश की लेकिन चेन ने निर्णायक गेम आसानी से जीतकर मुकाबला अपने नाम किया। शेट्टी की चेन के खिलाफ यह लगातार तीसरी हार है।
इस साल ताइपे और अमेरिकी ओपन सेमीफाइनल में शेट्टी को हराने वाले चेन ने दबदबा बनाए रखा जबकि भारतीय खिलाड़ी ने भी दूसरा गेम जीतकर कड़ी चुनौती पेश की।
निर्णायक गेम में एक समय दोनों खिलाड़ी 13-13 से बराबर थे जिसके बाद चेन ने लगातार चार अंक के साथ 17-13 की बढ़त बनाई और फिर आसानी से गेम और मैच जीत लिया।
बीस साल के शेट्टी को हालांकि उस समय सांत्वना मिली जब वह बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग में करियर के सर्वश्रेष्ठ 27वें स्थान पर पहुंच गए। वह हांगकांग ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे और इस दौरान दुनिया के नौवें नंबर के खिलाड़ी जापान के कोडाई नेराओका को भी हराया था।