अदाणी एंटरप्राइजेज को मिली सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे परियोजना

0
cdfr4erds

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) अदाणी एंटरप्राइजेज को उत्तराखंड में सोनप्रयाग और केदारनाथ के बीच लगभग 13 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना के निर्माण का अनुबंध मिला है।

यह परियोजना तीर्थयात्रियों के लिए तेजी, सुविधा और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। सोनप्रयाग केदारनाथ मंदिर की तरफ जाने वाले यात्रियों के लिए सड़क मार्ग का अंतिम बिंदु है।

इस रोपवे परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस साल मार्च में मंजूरी दी थी। इसकी अनुमानित लागत लगभग 4,081 करोड़ रुपये है।

कुल 12.9 किलोमीटर लंबा रोपवे मार्ग पारंपरिक 16 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई या खच्चर, पालकी और हेलिकॉप्टर जैसे अन्य साधनों की तुलना में यात्रा समय को नौ घंटे से घटाकर सिर्फ 36 मिनट कर देगा।

इस रोपवे के जरिये प्रति घंटे एक तरफ से 1,800 यात्रियों को पहुंचाया जा सकेगा। इसके निर्माण से प्रतिवर्ष लाखों तीर्थयात्रियों को लाभ मिलेगा।

अदाणी एंटरप्राइजेज ने सोमवार को बयान में कहा कि उसे सोनप्रयाग से केदारनाथ को जोड़ने वाली प्रतिष्ठित रोपवे परियोजना के निर्माण के लिए नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) से अनुबंध आवंटन पत्र मिल गया है।

अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी ने कहा कि इस परियोजना का क्रियान्वयन उसके ‘रोड्स, मेट्रो, रेल एंड वॉटर’ खंड द्वारा किया जाएगा।

यह राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम- पर्वतमाला परियोजना के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल पर विकसित की जा रही है। इस परियोजना का निर्माण छह साल में पूरा होगा।

रोपवे मार्ग का निर्माण पूरा होने के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज इसे 29 वर्षों तक संचालित करेगी।

अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, ‘‘केदारनाथ रोपवे केवल एक इंजीनियरिंग परियोजना से अधिक है। यह भक्ति और आधुनिक अवसंरचना के बीच एक पुल है। तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुरक्षित और तेज बनाने के साथ यह उत्तराखंड के लोगों के लिए रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।’’

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में करीब 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। हर साल करीब 20 लाख श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं और यह साल में लगभग छह-सात महीनों के लिए खुला रहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *