कोलकाता, विश्व कप मुकाबलों के दौरान भारत में पिच के स्तर को लेकर विवाद होता रहा है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टीम के सेमीफाइनल मुकाबले से पहले बुधवार को कहा कि उन्हें आईसीसी पर भरोसा है और उनकी टीम को इस मामले में टूर्नामेंट में अब तक किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।
मुंबई के वानखेड़े में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के बहुप्रतीक्षित सेमीफाइनल से कुछ घंटे पहले ऐसी रिपोर्ट सामने आई कि भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन ने मुकाबले के लिए ‘स्पिनरों की मददगार पिच’ की मांग की है।
कमिंस ने गुरुवार को ईडन गार्डन्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले सेमीफाइनल से पहले कहा, ‘‘हां, मैंने वह (रिपोर्ट) देखी है। जाहिर तौर पर आईसीसी के पास एक स्वतंत्र पिच क्यूरेटर है जो इसका प्रबंधन करता है, इसलिए मुझे यकीन है कि वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह दोनों टीमों के लिए समान और उचित हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस टूर्नामेंट में हमें अभी तक पिच को लेकर कोई परेशानी नहीं हुई है।’’
रिपोर्ट के अनुसार पहले सेमीफाइनल के लिए नयी पिच की योजना बनाई गई थी, लेकिन घरेलू टीम के स्पिनरों की सहायता के लिए अब इस मैच को ‘इस्तेमाल की गई’ पिच पर खेला जायेगा। ’’
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अगर भारत अहमदाबाद में फाइनल खेलता है तो मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में स्पिनरों की मददगार पिच होने की उम्मीद है।
विश्व कप के लिए आईसीसी की खेल नियमों के अनुसार, मेजबान संघ ‘पिच के चयन और तैयारी के लिए जिम्मेदार है’ और यह जरूरी नहीं है कि नॉकआउट मैच को नयी पिचों पर खेला जाये।
ईडन गार्डन्स में गुरुवार के सेमीफाइनल के लिए प्रस्तावित पिच पर भी विश्व कप का मैच खेला जायेगा। इस पिच पर इंग्लैंड और पाकिस्तान के ग्रुप चरण का मैच खेला गया था।
पिच और आउटफील्ड ‘मॉनिटरिंग’ प्रक्रिया में एकमात्र शर्त यह है, ‘‘यह उम्मीद की जाती है कि जिन स्थानों को मैच की मेजबानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे उस मैच के लिए सर्वोत्तम संभव पिच और आउटफील्ड पेश करेंगे।’’
न्यूजीलैंड टीम की ओर से भी इस मामले में कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की गई है। दोनों टीमों ने मैच की पूर्व संध्या पर वानखेड़े में प्रस्तावित पिच का करीब से निरीक्षण किया था।