नयी दिल्ली, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में अमेरिका की इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला की विनिर्माण इकाई का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि कंपनी भारत से अपने वाहन घटकों के आयात को दोगुना करेगी।
मंत्री अमेरिकी की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला इंक के प्रमुख एलन मस्क ने जून में न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था कि 2024 में उनकी भारत आने की योजना है।
गोयल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट में टेस्ला की अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा का दौरा किया। प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियर तथा वित्त पेशेवरों को वरिष्ठ पदों पर काम करते हुए और मोटर वाहन की दुनिया में बदलाव के लिए टेस्ला के योगदान को देखकर बेहद खुशी हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ टेस्ला इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) आपूर्ति श्रृंखला में भारत के वाहन उपकरण आपूर्तिकर्ताओं के बढ़ते योगदान को देखकर भी गर्व है। यह भारत से अपने घटकों के आयात को दोगुना करने की राह पर है। एलन मस्क की कमी खली उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
यह दौरा भारत के देश में संयंत्र स्थापित करने के लिए टेस्ला को सीमा शुल्क में रियायत देने पर विचार करने की खबरों के बीच हुआ है।
मंच पर मंत्री की बात का जवाब देते हुए मस्क ने कहा, ‘‘ आपका टेस्ला आना सम्मान की बात है। आज कैलिफोर्निया की यात्रा नहीं कर पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं भविष्य में आपसे मिलने को उत्सुक हूं।’’
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ का स्वामित्व भी एलन मस्क के पास है।
मस्क ने अगस्त 2021 में कहा था कि टेस्ला अगर देश में वाहनों को आयत करने में सफल रहा तो तो वह भारत में एक विनिर्माण इकाई स्थापित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा था कि टेस्ला भारत में अपने वाहन पेश करना चाहता है, ‘‘ लेकिन (भारत में) आयात शुल्क दुनिया में किसी भी बड़े देश की तुलना में सबसे अधिक है।’’
भारत वर्तमान में 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक सीआईएफ (लागत, बीमा व माल ढुलाई) मूल्य वाली पूरी तरह से आयातित कारों पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है। इससे कम लागत वाली कारों पर 70 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है।