
हांगकांग, 14 सितंबर (भाषा) भारत ने दो खिताब जीतने का सुनहरा मौका गंवा दिया जब सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल टीम और लक्ष्य सेन को रविवार को यहां हांगकांग ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में हार के साथ उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
लक्ष्य दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी ली शी फेंग की चुनौती के सामने बिल्कुल भी नहीं टिक पाए और उन्हें पुरुष एकल के एकतरफा फाइनल में 15-21 12-21 से हार का सामना करना पड़ा।
पिछले महीने लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली दुनिया की नौवें नंबर की भारतीय जोड़ी को पहला गेम जीतने के बावजूद 61 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण फाइनल में ओलंपिक रजत पदक विजेता लियांग वेई केंग और वैंग चैंग की चीन की दुनिया की छठे नंबर की जोड़ी के खिलाफ 21-19 14-21 17-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
चिराग ने कहा, ‘‘यह हफ्ता अच्छा रहा, विशेषकर विश्व चैंपियनशिप के एक हफ्ते बाद और अब हम फाइनल खेल रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप खिताब जीतना चाहते हैं लेकिन उन्हें श्रेय जाता है, वे भी अच्छा खेले। अगली बार भी मौका मिलेगा और कुल मिलाकर मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं।’’
पिछले साल नवंबर में सैयद मोदी सुपर 300 के बाद पहली बार फाइनल में खेल रहे लक्ष्य अपने चिर-परिचित प्रतिद्वंद्वी ली को टक्कर नहीं पाए जिनके खिलाफ वह जूनियर दिनों से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता में 14वीं बार खेल रहे थे।
भारतीय खिलाड़ी को अब तक 7-6 के जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ मामूली बढ़त हासिल थी लेकिन चीनी खिलाड़ी ने मौजूदा सत्र में ऑल इंग्लैंड और चीन ओपन दोनों में उन्हें हराकर दबदबा बनाया था।
विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य ने शुरुआती गेम में तेज शुरुआत करते हुए 4-0 की बढ़त हासिल की जिसके बाद ली ने उनके शरीर की तरफ तीखे शॉट खेले और स्कोर 6-7 कर दिया।
चीन के खिलाड़ी ने नेट पर शानदार शॉट के साथ 8-8 से बराबरी की। ली ने फिर दबदबा बनाते हुए नेट पर अच्छे खेल और तीखे स्मैश की बदौलत लगातार पांच अंक हासिल करते हुए 14-10 की मजबूत बढ़त बना ली।
लक्ष्य ने वापसी करने की कोशिश की लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर चूक गए और ली 19-15 से आगे हो गए। चीन के खिलाड़ी ने क्रॉस-कोर्ट स्मैश लगाकर पहला गेम 21-15 से जीत लिया।
दूसरे गेम में लक्ष्य ने फिर अच्छी शुरुआत करते हुए 4-1 की बढ़त हासिल की लेकिन ली ने अच्छी रैली के साथ वापसी की। नेट पर हुई गलतियों और एक स्मैश बाहर मारने के कारण भारतीय खिलाड़ी 4-7 से पीछे हो गया। लक्ष्य ने स्कोर 9-12 किया लेकिन वह ली के लगातार हमलों का सामना करने में नाकाम रहे।
दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी ने दबाव बनाए रखा और 15-9 की बढ़त हासिल की। ली ने आठ मैच प्वाइंट हासिल किए और क्रॉस-कोर्ट नेट शॉट के साथ खिताब जीत लिया।
थाईलैंड ओपन जीतने के बाद भारतीय जोड़ी 16 महीनों में पहली बार फाइनल में खेल रही थी और इस हार के साथ सुपर 500 फाइनल में इस जोड़ी का परफेक्ट रिकॉर्ड भी टूट गया। सात्विक और चिराग ने इससे पहले अपने चारों सुपर 500 फाइनल में खिताब जीता था।
इस सत्र में छह बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय जोड़ी की लियांग और वैंग के खिलाफ 10 मैच में यह सातवीं हार है जबकि उन्होंने तीन जीत दर्ज की है। भारतीय जोड़ी ने पेरिस में विश्व चैंपियनशिप के दौरान चीन की इस जोड़ी को हराया था।
सात्विक और चिराग ने अच्छी शुरुआत करते हुए पहला गेम जीता लेकिन इस लय को बरकरार रखने में नाकाम रहे और निर्णायक गेम में 2-11 से पिछड़ने के बाद उनकी हार लगभग तय हो गई थी।
चिराग ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि शटल थोड़ी तेज आ रही थी। उन्होंने शुरुआती चार-पांच स्ट्रोक में हम पर काफी दबाव डाला क्योंकि वह काफी अच्छी तरह रिटर्न कर रहे थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि दूसरे और तीसरे गेम में हम बेहतर योजना बना सकते थे। पहले गेम में हमने काफी अच्छी तरह सामना किया लेकिन दूसरे और तीसरे गेम में हम ऐसा नहीं कर पाए।’’
शुरुआती गेम में दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। चिराग ने शुरुआत में ही तेज स्मैश लगाकर 0-2 से पिछड़ रही भारतीय जोड़ी को वापसी दिलाई। चिराग ने 10-10 के स्कोर पर दमदार स्मैश के साथ ब्रेक तक भारतीय जोड़ी को 11-10 की मामूली बढ़त दिलाई।
ब्रेक के बाद भारतीय जोड़ी ने आक्रामक रुख अपनाया और लगातार कई जबरदस्त स्मैश के साथ 13-11 से आगे हो गए। वैंग के शरीर की तरफ खेले सात्विक के शॉट और फिर चिराग की तीखी सर्विस से भारतीय जोड़ी ने चार अंक की बढ़त बनाई।
चीन के खिलाड़ियों ने नेट पर भारतीय खिलाड़ियों की गलती का फायदा उठाकर लगातार चार अंक के साथ वापसी की। एक विवादास्पद अंक के बाद चीन की जोड़ी ने 18-17 की बढ़त बनाई। ऐसा लग रहा था वैंग ने शटल के नेट पार करने से पहले ही शॉट मार दिया।
सात्विक ने जोरदार स्मैश से स्कोर 19-19 किया। लियांग ने इसके बाद शॉट बाहर मारा जिससे भारतीय जोड़ी को एक गेम प्वाइंट मिला। इसके बाद चिराग ने लाइन पर सटीक सर्विस करके पहला गेम में जीत सुनिश्चित की।
चीनी जोड़ी ने दूसरे गेम में जोरदार वापसी की जिसमें वैंग ने कोर्ट के पिछले हिस्से से शानदार प्रदर्शन करते हुए 8-2 की बढ़त बना ली। वैंग की सर्विस में गलती और एक लंबे शॉट से भारतीय जोड़ी ने वापसी की कोशिश की लेकिन चीन की जोड़ी ब्रेक तक 11-6 की मजबूत बढ़त बनाने में सफल रही।
लियांग और वैंग ने दमदार स्मैश की बदौलत 13-7 की बढ़त बनाई लेकिन सात्विक और चिराग ने स्कोर 10-13 कर दिया। भारतीय जोड़ी ने जल्द ही स्कोर 12-14 किया। इसके बाद हालांकि चीन की जोड़ी ने अगले नौ में से सात अंक जीतकर मुकाबले को 1-1 से बराबर कर दिया।
निर्णायक गेम में लियांग और वैंग ने शानदार शुरुआत करते हुए 5-0 की बढ़त बनाई। सात्विक और चिराग को गेम की शुरुआत में जूझना पड़ा।
चीन की जोड़ी जल्द ही 8-1 से आगे हो गई और फिर ब्रेक तक बढ़त को 11-2 तक पहुंचाया।
भारतीय जोड़ी ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर स्कोर 17-20 किया लेकिन इसके बाद एक गलत रिटर्न करके गेम, मैच और खिताब चीन की जोड़ी की झोली में डाल दिया।