जीएसटी कटौती के बाद हुंदै को घरेलू बाजार के साथ निर्यात में भी उछाल की उम्मीद
Focus News 14 September 2025 0
नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर में कटौती के साथ देश की दिग्गज वाहन कंपनी हुंदै मोटर इंडिया को घरेलू बाजार में बिक्री तो बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही कंपनी को निर्यात के मोर्चे पर भी बिक्री की रफ्तार कायम रहने का भरोसा है। ऐसे में कंपनी का मानना है कि जीएसटी कटौती से वह ‘डबल इंजन’ के जरिये अपनी बिक्री की गति बढ़ा सकेगी। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।
हुंदे मोटर इंडिया लि. (एचएमआईएल) के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) तरुण गर्ग ने कहा कि पिछले छह से आठ माह में घरेलू बाजार थोड़ा सुस्त था, ऐसे में कंपनी ने निर्यात पर अधिक जोर दिया था। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों के दौरान क्षमता में दिक्कत की वजह से कंपनी का ध्यान भारतीय बाजार की मांग को पूरा करने पर था।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में कंपनी की घरेलू बिक्री 11.2 प्रतिशत घटकर 2,20,233 इकाई रही है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 2,47,992 गाड़ियां बेची थीं। दूसरी ओर, इस वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में निर्यात 12.45 प्रतिशत बढ़कर 80,740 इकाई हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 71,800 इकाई था।
गर्ग ने कहा, ‘‘हम निर्यात के मामले में काफी मजबूत रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ साल में क्षमता की कमी के कारण, हमारा ध्यान घरेलू बाजार पर ज्यादा रहा। हालांकि, जब पिछले छह से आठ माह में घरेलू बाजार थोड़ा सुस्त रहा, तो हमने निर्यात पर जोर दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी 2.0 सुधार वास्तव में अर्थव्यवस्था और विशेष रूप से कार उद्योग को एक नई गति दे सकता है।’’ उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि ग्रामीण और शहरी दोनों बाजारों में तेजी के साथ घरेलू बिक्री में फिर उछाल आएगा।
गर्ग ने कहा, ‘‘जब मानसून अच्छा होता है, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बेहतर होता है, सड़क बुनियादी ढांचे में सुधार होता है और फसल अच्छी होती है, तो ग्रामीण बाजार अच्छा प्रदर्शन करता है। दूसरी ओर, जब धारणा सकारात्मक होती है, तो शहरी बाजार अच्छा प्रदर्शन करता है। दुर्भाग्य से, पिछले एक साल में, भू-राजनीतिक मुद्दों और अन्य कारकों के कारण शहरी बाजार में कुछ परेशानियां और दबाव देखने को मिला।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘अब, जीएसटी दर में कमी के साथ, मुझे लगता है कि धारणा बहुत सकारात्मक होगी, न केवल शेयर बाजार में, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी, और इससे शहरी बाजार को भी बढ़ावा मिलेगा।’’
उन्होंने कहा कि हुंदै के मामले में, आगे चलकर, घरेलू और निर्यात दोनों ही बिक्री को गति देंगे।
गर्ग ने कहा, ‘‘हमने निर्यात पर जोर दिया था क्योंकि घरेलू बाजार पर कुछ दबाव था। अब, जबकि निर्यात की रफ्तार जारी है, घरेलू बाजार भी वृद्धि की ओर लौट रहा है, और यह एक दोहरे इंजन वाला बाजार होगा।’’
उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र स्थित तालेगांव संयंत्र में उत्पादन शुरू होने के साथ ही कंपनी की क्षमता संबंधी दिक्कतों का समाधान हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि कंपनी के चेन्नई संयंत्र की वर्तमान वार्षिक क्षमता 8.24 लाख इकाई है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस वर्ष अक्टूबर में (तालेगांव संयंत्र से) 1.7 लाख इकाई की अतिरिक्त क्षमता आएगी, जिससे कुल क्षमता 9.94 लाख इकाई वार्षिक हो जाएगी, जो 20 प्रतिशत की वृद्धि है।’’
गर्ग ने कहा कि वित्त वर्ष 2027-28 में तालेगांव संयंत्र में 80,000 इकाई की अतिरिक्त क्षमता आएगी, जिससे कंपनी की कुल क्षमता लगभग 11 लाख इकाई सालाना हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह ‘‘अगले कुछ वर्षों तक घरेलू और निर्यात दोनों क्षेत्रों में वृद्धि का ध्यान रखेगा।’’
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष राजस्व के संदर्भ में निर्यात का योगदान लगभग 21 प्रतिशत था, और इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह बढ़कर 27 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘अब घरेलू उत्पादन भी बढ़ रहा है, जो हमारे लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है।’’
गर्ग ने बताया कि उत्पादन क्षमता भी सही समय पर आने से कंपनी के पास घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों की जरूरतें पूरी करने के लिए पर्याप्त जगह है।