वायनाड (केरल), 13 सितंबर (भाषा) कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को कहा कि उन्होंने 2024 के मुंडक्कई-चूरलमाला भूस्खलन घटनाओं के कुछ पीड़ितों को अंतिम पुनर्वास सूची से बाहर रखे जाने से जुड़ी चिंताओं को लेकर जिला कलेक्टर के साथ चर्चा की।
प्रियंका, बृहस्पतिवार से अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में हैं।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि पीड़ितों द्वारा उठाए गए मुद्दे, जिनसे उन्होंने एक दिन पहले मुलाकात की थी, ‘‘वास्तविक’’ हैं और जिला कलेक्टर मेघाश्री डी आर इससे अवगत हैं।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘आज हमने इस पर चर्चा की। जिला कलेक्टर इन मुद्दों से बखूबी अवगत हैं और वह अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रही हैं और मैं भी। मुझे लगता है कि हम उनके (पीड़ितों) लिए जो कर रहे हैं, उसमें बेहतर समन्वय करना ही हमारा काम है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, प्रशासन के जरिए जो भी संभव होगा, वो करेंगे और जो संभव नहीं होगा, उसमें हम मदद कर सकते हैं। इसतरह, हमारी बैठक अच्छी रही और मुझे लगता है कि हम मदद कर पाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि पीड़ितों ने बहुत ही विशिष्ट मुद्दे उठाए हैं, जैसे कि जिन लोगों ने जमीन गंवा दी, लेकिन किसी कारण या विशेष मानदंड के कारण उन्हें अंतिम सूची में शामिल नहीं किया गया, जबकि वे पिछली सूची में थे।
प्रियंका ने आश्वासन दिया कि जिन लोगों को अंतिम सूची से बाहर रखा गया है, उन्हें कांग्रेस पार्टी द्वारा बनाए जा रहे घर दिये जाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यह समन्वय का मुद्दा है, हम यह कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हर कोई अपनी पूरी कोशिश कर रहा है।’’
जुलाई 2024 में वायनाड के मुंडक्कई-चूरलमाला इलाके में हुए भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और सैकड़ों मकान नष्ट हो गए थे।