पेरिस, गाजा में हमास और इजराइल के बीच जारी युद्ध के बीच बढ़ती यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ फ्रांस में रविवार को 1,80,000 से अधिक लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकाला। अकेले पेरिस में ही एक लाख लोग मार्च के लिए एकत्र हुये।
कड़ी सुरक्षा के बीच प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न, कई वामपंथी दलों के प्रतिनिधि, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पार्टी के रूढ़िवादी और मध्यमार्गी, धुर दक्षिणपंथी नेता मरीन ले ने भी फ्रांस की राजधानी में रविवार को हुये इस मार्च में भाग लिया। हालांकि, मैक्रों इस दौरान मौजूद नहीं रहे, लेकिन उन्होंने अपना समर्थन व्यक्त करते हुए लोगों से ‘‘यहूदी-विरोधी भावनाओं’’ के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया।
हालांकि, धुर वामपंथी फ्रांस अनबोएड पार्टी के नेता जीन-ल्यूक मेलेनचोन ने इस प्रदर्शन से दूरी बनाए रखी। पिछले सप्ताह उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा था कि यह मार्च ‘‘गाजा में हो रहे नरसंहार को बिना शर्त समर्थन देने के समर्थक दोस्तों’’ की एक बैठक होगी।
आंतरिक मंत्रालय ने बताया कि संसद के ऊपरी और निचले सदनों के नेताओं के आह्वान पर कम से कम 1,82,000 लोगों ने फ्रांस के विभिन्न शहरों में मार्च निकाला। यह भी बताया कि इस दौरान किसी तरह की हिंसा की सूचना नहीं है।