लेप्चा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाई और उनके अटूट साहस की सराहना की।
मोदी रविवार सुबह लेप्चा पहुंचे। उन्होंने सोशल मीडिया पर सैनिकों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वह उन्हें मिठाई खिलाते भी नजर आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ दिवाली मनाना गहरी भावनाओं और गर्व से भरा अनुभव साबित हुआ।”
उन्होंने लिखा, “अपने परिवार से दूर रह रहे हमारे राष्ट्र के रक्षक अपने समर्पण से हमारे जीवन को रोशन करते हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारे सुरक्षाबलों का साहस अटूट है। अपने प्रियजनों से दूर, सबसे दुर्गम इलाकों में तैनाती के दौरान उनका त्याग और समर्पण हमें सुरक्षित रखता है।”
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा इन नायकों का आभारी रहेगा, जो बहादुरी और लचीलेपन के आदर्श प्रतीक हैं।
इससे पहले, मोदी ने लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं और कामना की कि यह त्योहार सभी के जीवन में खुशी, समृद्धि और अच्छी सेहत की सौगात लेकर आए।
उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘‘सभी को दिवाली की शुभकामनाएं! यह विशेष त्योहार सभी के जीवन में खुशी, समृद्धि और अच्छी सेहत की सौगात लेकर आए।’’
साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही मोदी दिवाली मनाने के लिए सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करते आए हैं। प्रधानमंत्री ने 2014 में सियाचिन ग्लेशियर पर सैनिकों के साथ दिवाली मनाई थी। इसके अगले वर्ष, पाकिस्तान के साथ 1965 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर उन्होंने पंजाब में तीन स्मारकों का दौरा किया था, जहां भारतीय सशस्त्र बलों ने भीषण लड़ाई लड़ी थी, जो देश की जीत में महत्वपूर्ण साबित हुई थी।
वर्ष 2016 में मोदी ने चीन सीमा के पास सुमदोह में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), डोगरा स्काउट्स और सेना के कर्मियों से मिलने के लिए हिमाचल प्रदेश की यात्रा की थी। मोदी 2017 में उत्तर कश्मीर के गुरेज सेक्टर में थे, जबकि 2018 में उन्होंने उत्तराखंड के हर्षिल में दिवाली मनाने के बाद केदारनाथ की यात्रा की थी।
साल 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में दिवाली मनाई थी। 2020 में दिवाली पर वह लोंगेवाला की सीमा चौकी पर थे और 2021 में उन्होंने नौशेरा में सैनिकों के साथ यह त्योहार मनाया था।
प्रधानमंत्री ने पिछले साल करगिल में सशस्त्र बलों के साथ दिवाली मनाई थी।