सी पी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली
Focus News 12 September 2025 0
नयी दिल्ली, 12 सितंबर (भाषा) चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। बाद में उन्होंने राज्यसभा के सभापति के रूप में पदभार ग्रहण किया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में एक संक्षिप्त समारोह में 67 वर्षीय राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। लाल कुर्ता और सफेद रंग की धोती पहने राधाकृष्णन ने ईश्वर के नाम पर अंग्रेजी में शपथ ली। समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए।
राष्ट्रपति मुर्मू ने शपथ लेने के बाद राधाकृष्णन को बधाई दी।
राधाकृष्णन ने मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी।
जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के कारण यह चुनाव आवश्यक हो गया था।
धनखड़ भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद वह पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए।
वह अगली पंक्ति में अपने पूर्ववर्ती वेंकैया नायडू के बगल में बैठे थे और उनसे बातचीत करते देखे गए। पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी नायडू के बगल में बैठे थे। धनखड़ की पत्नी सुदेश धनखड़ भी इस अवसर पर मौजूद थीं।
प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा पहली पंक्ति में बैठे थे।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी उपस्थित थे।
भारत के प्रधान न्यायाधीश बी. आर. गवई भी समारोह में उपस्थित थे और बिरला के बगल में बैठे थे। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और कुछ अन्य विपक्षी नेता समारोह में शामिल हुए और राधाकृष्णन से हाथ मिलाया। खरगे दूसरी पंक्ति में बैठे थे।
धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। संविधान के अनुसार, मृत्यु या इस्तीफे के कारण उत्पन्न रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित नए उपराष्ट्रपति को पूरे पांच साल का कार्यकाल मिलेगा।
राधाकृष्णन 11 सितंबर 2030 तक इस पद पर बने रहेंगे। वह इस प्रतिष्ठित पद पर आसीन होने वाले तमिलनाडु के तीसरे नेता हैं।
राधाकृष्णन शपथ लेने के तुरंत बाद राजघाट गए और महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने ‘‘सदैव अटल’’ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह को भी श्रद्धांजलि दी।
उसके बाद राधाकृष्णन ने राज्यसभा के सभापति के रूप में पदभार ग्रहण किया। उपराष्ट्रपति, राज्यसभा के पदेन सभापति होते हैं।
उन्होंने संसद भवन परिसर स्थित प्रेरणा स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की, जहां राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और संसदीय कार्य राज्य मंत्रियों अर्जुन राम मेघवाल तथा एल मुरुगन ने उनका स्वागत किया। इस दौरान राज्यसभा के महासचिव पी. सी. मोदी भी उपस्थित थे।
राधाकृष्णन ने संसद भवन परिसर में एक पौधा भी लगाया।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर घोषणा की कि राधाकृष्णन 12 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद पर आसीन हो गए हैं।
शुभचिंतकों द्वारा ‘पचाई तमिझन’ (सच्चे तमिल) कहे जाने वाले राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल के तौर पर काम कर थे, जब उन्हें भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।
राधाकृष्णन ने मंगलवार को दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए हुए चुनाव को राष्ट्रवादी विचारधारा की जीत बताया और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।