केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को कहा कि वह संविधान के अनुसार काम कर रहे हैं तथा उन्होंने सवाल किया कि क्या इस बात का कोई सबूत है कि उन्होंने राज्य में कोई राजनीतिक संकट पैदा किया है।
राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से बात करते हुए, खान ने कहा कि राज्य सरकार ने कई मौकों पर “सीमा लांघी” है।
खान का यह बयान कुछ विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने के मुद्दे पर राज्य सरकार और राजभवन के बीच बढ़ती खींचतान के बीच आया है।
राज्यपाल ने कहा, “क्या उन्होंने (राज्य सरकार) कोई सबूत दिया है कि मैंने राज्य में कोई राजनीतिक संकट पैदा किया है? केवल बयान देने का मतलब संकट नहीं है। संकट का मतलब है, जब आप संविधान द्वारा आपको दी गई शक्तियों या अधिकारों से परे चले जाते हैं।’’
खान ने कहा, “मुझे एक भी उदाहरण दिखाइए, जहां मैंने सीमा लांघी है और मेरी अपनी सरकार ने कितनी बार ऐसा किया है, इसकी एक लंबी सूची है। तो संकट कौन पैदा कर रहा है?”
राज्यपाल ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में पेंशन और वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है और हाल के केरलीयम कार्यक्रम का संदर्भ देते हुए कहा कि राज्य में “बड़ा जश्न मनाया जा रहा है”।
खान ने संवाददाताओं से कहा, “हम बड़ा जश्न मना रहे हैं। हम दस लाख रुपये की लागत से स्विमिंग पूल बनवा रहे हैं।”
हाल ही में, केरल सरकार ने राज्यपाल द्वारा कुछ विधेयकों पर हस्ताक्षर नहीं करने और इसे अनिश्चित काल तक विलंबित करने के मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय का रुख किया था।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आठ नवंबर को कहा था कि खान संविधान के अनुसार कार्य करने के लिए बाध्य हैं।