पुणे, 12 सितंबर (भाषा) रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया भर में बढ़ते प्रतिस्पर्धी लोकलुभावनवाद और आर्थिक संरक्षणवाद के बीच, भारत को अपनी ‘सॉफ्ट पॉवर’ के साथ-साथ अपनी ‘हार्ड पॉवर’ भी प्रदर्शित करने की आवश्यकता है।
सिंह यहां सदर्न कमांड डिफेंस टेक 2025 सेमिनार (स्ट्राइड 2025) को संबोधित कर रहे थे।
सिंह ने कहा कि पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों और दुनिया भर में लोकलुभावन नेतृत्व के उदय से जुड़े भू-राजनीतिक कारकों ने बढ़ते वैश्वीकरण और मुक्त व्यापार की प्रवृत्ति को रोक दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये रुझान दुनिया भर में प्रतिस्पर्धी लोकलुभावनवाद और आर्थिक संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके साथ-साथ आर्थिक विखंडन, बहुपक्षीय संस्थाओं का पतन और राष्ट्रवाद की उठती लहर भी देखने को मिल रही है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘परिणामस्वरूप, ऐसे समय में जब रणनीतिक सौदेबाजी के लिए आपको कठोर शक्ति का भी प्रदर्शन करने में सक्षम होना आवश्यक है, नरम शक्ति के समर्थन में कठोर शक्ति दर्शाने की आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण होती जा रही है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि देश के सशस्त्र बलों की क्षमता वृद्धि की जरूरतों को पूरा करने के लिए शिक्षा जगत, डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) जैसे अनुसंधान संस्थानों, निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों को एक साथ लाने की आवश्यकता है।