मुंबई, 11 सितंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को तेजी बनी रही और बीएसई सेंसेक्स 124 अंक के लाभ में रहा, जबकि एनएसई निफ्टी 25,000 अंक के ऊपर पहुंच गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद के बीच वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ घरेलू शेयर बाजार लाभ में रहे।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसक्स में लगातार चौथे दिन तेजी रही और यह 123.58 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,548.73 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 217.07 अंक तक चढ़ गया था।
पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी में लगातार सातवें कारोबारी सत्र में तेजी रही और यह 32.40 अंक यानी 0.13 प्रतिशत बढ़कर लगभग तीन सप्ताह के उच्चतम स्तर 25,005.50 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, इटर्नल और सन फार्मा प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में इन्फोसिस, टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट और हिंदुस्तान यूनिलीवर शामिल हैं।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘निफ्टी 50 सूचकांक 25,000 अंक की महत्वपूर्ण सीमा से ऊपर बंद हुआ है। अमेरिका द्वारा भारत पर अप्रत्याशित रूप से 50 प्रतिशत शुल्क लगाए जाने से मुख्य सूचकांक एक समय 24,400 अंक तक गिर गया था।’’
नायर ने कहा कि भारत के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के अमेरिका के सकारात्मक संकेतों से सूचकांक एक नए दायरे में चढ़ा। बाजार इसकी काफी उम्मीद कर रहा था।
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट सकारात्मक दायरे रहे, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग नुकसान में रहा।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। बुधवार को अमेरिकी बाजार मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 115.69 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने पिछले दिन 5,004.29 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत टूटकर 67.28 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।