नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहा है और इसके लिए सरकार और वाहन उद्योग को संपूर्ण विनिर्माण मूल्य श्रृंखला में ‘सच्ची आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के वार्षिक सम्मेलन में लिखित संबोधन में मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे भारत हरित और स्मार्ट परिवहन में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है, निवेश और सहयोग के अपार अवसर पैदा हो रहे हैं।
सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने प्रधानमंत्री के संदेश को पढ़ा। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था के एक प्रमुख चालक वाहन उद्योग ने परिवहन और जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है और यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल का अग्रदूत रहा है।
मोदी ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे देश हरित और स्मार्ट परिवहन में वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है, निवेश और सहयोग के अवसर बढ़ रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे हम ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण की ओर बढ़ रहे हैं, सरकार और उद्योग के लिए यह ज़रूरी है कि वे संपूर्ण वाहन निर्माण मूल्य श्रृंखला में सच्ची आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए मिलकर काम करें।’’
उन्होंने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था के एक प्रमुख चालक, वाहन उद्योग ने जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह मेक इन इंडिया पहल का अग्रदूत रहा है, जिसने भारतीय विनिर्माण में वैश्विक भरोसे को बढ़ाया है और भारत को वाहन क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में स्थापित किया है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘भारत भविष्य के लिए तैयार परिवहन पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ यह एकीकरण परिवहन के क्षेत्र में भारत की महत्वाकांक्षी विकास गाथा का आधार है।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कैसे वाहन क्षेत्र भी हरित प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन और टिकाऊ विकल्पों पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थिरता को अपना रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘ये प्रगति भारत के स्वच्छ परिवहन लक्ष्यों को मजबूत करती है। साथ ही डिजाइन, उत्पादन और तैनाती में अवसर पैदा करती हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्टअप इकाइयों का आगे बढ़ना, विशेष रूप से ऊर्जा भंडारण में, उत्साहजनक है।
प्रधानमंत्री ने वाहन क्षेत्र के समक्ष प्रमुख चुनौतियों जैसे उत्सर्जन, सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर नीति-निर्माताओं, निर्माताओं और शोधकर्ताओं के बीच जीवंत संवाद को सुगम बनाने और राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ औद्योगिक रणनीतियों को संरेखित करने में सियाम द्वारा वर्षों से निभाई गई भूमिका की भी सराहना की।