कोझिकोड, सात सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने रविवार को कहा कि केरल में ‘आपातकाल जैसी स्थिति’ बनी हुई है और त्रिशूर जिले में पुलिस हिरासत में यातना देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
युवा कांग्रेस नेता वी.एस. सुजीत को पांच अप्रैल, 2023 को सड़क किनारे खड़े उनके दोस्तों को धमकाने वाले पुलिस अधिकारियों से सवाल करने के लिए हिरासत में लिया गया था।
सुजीत को हिरासत में लेने के बाद कुन्नमकुलम थाने में कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया था।
सुजीत ने हाल ही में सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत थाने का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
पीची थाने में एक अधिकारी को एक रेस्तरां के कर्मचारियों को पीटते देखा गया।
पीची थाने का यह फुटेज त्रिशूर के व्यवसायी और ‘लैली ग्रुप’ के प्रबंध निदेशक के.पी. ओसेफ ने जारी किया।
ओसेफ के कर्मचारियों को 24 मई, 2023 को पीची थाने के अंदर कथित तौर पर पीटा गया था।
गोपी ने कहा, “कार्रवाई की जाएगी। मैं अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली हर वो चीज करूंगा, जो की जा सकती है। यह बहुत ही बुरी बात है। राज्य में आपातकाल जैसी स्थिति है।”
गोपी ने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मी द्वारा पिटाई करने का सीसीटीवी फुटेज देखा है।
गोपी त्रिशूर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इस बीच, पुलिस ने मंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की कथित तौर पर योजना बना रहे युवा कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
अधिकारियों ने बाद में बताया कि हिरासत एक एहतियाती कदम था।
कांग्रेस और पार्टी की युवा शाखा कुन्नमकुलम थाने के उन चार पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग कर रही है, जिन्हें 2023 में सुजीत पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में शनिवार को निलंबित कर दिया गया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी त्रिशूर में सुजीत से मुलाकात कर उनके साथ एकजुटता व्यक्त की।