कैसे लायें चेहरे पर नैसर्गिक चमक

आपका चेहरा आपके व्यक्तित्व का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग है। यदि आप मुखड़े की नैसर्गिक चमक कायम नहीं रख पाएंगी तो उस पर किया गया सारा प्रसाधन बेकार होगा, अतः मेकअप जरूरी नहीं, जरूरी है चेहरे की नियमित देखभाल।


बहुत कम महिलाएं ऐसी हैं, जिनके चेहरे की त्वचा अधिक समय तक किशोरावस्था सी मुलायम रह पाती है। विभिन्न स्त्रियों में चेहरे की त्वचा विभिन्न प्रकार की होती है। उसी के अनुसार उसकी देखभाल भी करनी होती है। इसके लिए आप क्या कर सकती हैं।


रूखी त्वचा

यदि आपके चेहरे की त्वचा रूखी है तो उसे धूप से बचा कर रखिए और उसे मुलायम बनाने के ये उपाय करिए। खुश्क त्वचा है तो चेहरे को साबुन से कभी मत धोइए। मलाई में बेसन मिला कर इस मिश्रण से चेहरा साफ करिए। रोज रात को मेकअप उतार कर चिकनी क्रीम से चेहरे की मालिश इस प्रकार करिए कि मालिश उंगलियों के पोरों से हो और हाथ की गति नीचे से ऊपर की ओर करें।


खुश्क त्वचा को चिकना बनाये रखने के लिए सप्ताह में एक बार चेहरे की पूरी सफाई व चिकित्सा भी करें। इसके लिए एक अंडे की जर्दी में दो चम्मच शहद मिला कर इस लेप को चेहरे व गर्दन पर चढ़ाइये व लगभग पंद्रह मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो डालिए। आपकी त्वचा में चमक आ जाएगी।


अंडे का पीला भाग, तरबूज का रस, सेब का रस, दूध, शहद और पिसे बादाम रूखी त्वचा को चिकना बनाने के लिए उत्तम औषधियों का काम देंगे। शहद के प्रयोग से झुर्रियां जल्दी नहीं आएंगी अन्यथा झुर्रियां रूखी त्वचा पर ही जल्दी पड़ती हैं।


तैलीय त्वचा

सामान्य से अधिक तेलयुक्त त्वचा पर धूप का असर ज्यादा हानिकारक नहीं होगा। चेहरे पर झुर्रियां भी देर से आएंगी पर इस तरह की त्वचा पर कील, मुहांसे निकलने की शिकायत हो सकती है। यदि इसकी देखभाल पर ठीक से ध्यान न दिया जाये। चिकने चेहरे पर धूल अधिक जमती है, इसलिए त्वचा के छिद्र बंद होकर विकार पैदा करते हैं।


चिकने चेहरे को दिन में कई बार साबुन से खूब मल-मल कर धोना चाहिए। सप्ताह में एक बार सफाई व चिकित्सा के लिए अंडे की सफेदी फेंट कर चेहरे पर लगाइए व पंद्रह मिनट बाद गुनगुने पानी से धो डालिए। ऐसी त्वचा के छ्रिद्र गंदगी से बंद हो जाने पर मुंहासे, कील आदि निकल आते हैं।


इनसे बचने या इन्हें दूर करने का उपाय है चेहरे को भाप देना। एक पतीले में उबलता पानी लेकर उसमें नींबू की कुछ बूंदें डालिए। चेहरा पतीले से एक फुट की दूरी पर रख कर एक बड़े तौलिए से सिर व चेहरा पतीले सहित इस प्रकार ढक लीजिए कि सारी भाप मुंह पर आये। दस मिनट बाद त्वचा के छिद्र खुल जाएंगे। तब हाथ से साफ रूई लेकर उंगलियों से पकड़ कर दबाते हुए सारे कील निकाल दीजिए। मुंहासे हों तो उन्हें केवल थपथपा कर पोंछिए।


इस तरह सफाई करने के बाद चेहरे पर खीरे का रस या ‘एस्टिं्रजेंट‘ लोशन लगाइये। इससे गंदगी निकल जाने से त्वचा स्वस्थ हो जाएगी। चिकनी त्वचा पर औषधि के रूप में खीरे का रस, टमाटर का रस, पालक का रस उपयोगी होता है। बड़े-बड़े छिद्र हों तो टमाटर का रस या फिटकरी प्रयोग में लाएं।


श्रृंगार सूत्रों में स्त्रा के सौंदर्य संबंधी विशेष गुण

चार अंग लंबे होने चाहिएः- कद, सिर के बाल, पलक, अंगुलियां।
चार अंग छोटे होने चाहिएः-जिह्वा, हाथ, पैर, सिर के अतिरिक्त सब स्थानों के बाल।
चार अंग विशाल होने चाहिएः- मस्तक, आंख, छाती व पीठ, नाभि के नीचे का भाग।
चार अंग पुष्ट होने चाहिएः- गाल, जंघा, पिंडली, हाथ।
चार अंग मृदुल तथा कोमल होने चाहिएः- गाल, उदर, अंगुलियां, हथेलियां।
चार अंग लाल होने चाहिएः- मसूड़े, जिह्वा, गाल, होंठ।