कन्नड़ अभिनेता यश की ‘केजीएफ चैप्टर 1’ बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर शाहरूख खान की ‘जीरो’ के अपोजिट 21 दिसंबर 2018 को आई थी और उसने जिस तरह से ‘जीरो’ (2018) को धूल चटाते हुए एक बेंचमार्क सेट किया, वह अपने आप में अविस्मरणीय था।
इस फिल्म के जरिये यश रातों रात, न सिर्फ साउथ के बल्कि सारे देश के स्टार बन गये थे। यही वजह थी कि जब ‘केजीएफ’ फ्रेंचाइजी के दूसरे भाग का एलान हुआ तो इसका बेकरारी से इंतजार होने लगा।
जब ‘केजीएफ चैप्टर 2’ (2022) रिलीज हुई, ऑडियंस तो जैसे उस पर टूट ही पड़ी। उनकी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ऐसा तहलका मचाया कि सभी भौंचक्के होकर रह गये।
‘केजीएफ चैप्टर 2’ (2022) में यश के अलावा संजय दत्त और रवीना टंडन भी अहम रोल में थे। पहले भाग की तरह इस दूसरे भाग के बेहतरीन डॉयलोग, खुद यश ने ही लिखे थे। ‘केजीएफ चैप्टर 2’ (2022) का एक डॉयलोग ‘वायलेंस, वायलेंस, वायलेंस मुझे वायलेंस पसंद नहीं है पर वायलेंस मुझे पसंद करता है’, बेहद लोकप्रिय हुआ।
‘केजीएफ चैप्टर 2’ (2022) का निर्देशन प्रशांत नील ने किया था और इस बार यश के प्रति ऑडियंस की चाहत इतनी जबर्दस्त थी कि इस पेन इंडिया फिल्म फिल्म नें कामयाबी का कीर्तिमान रच दिया। यश को ‘केजीएफ चैप्टर 2’ (2022) की कहानी इतनी दमदार लगी थी कि उन्हें यकीन था कि यदि फिल्म को दूसरी भाषाओं में भी डब कर सारे हिंदुस्तान में एक साथ रिलीज किया जाये तो यह फिल्म कमाल कर सकती है।
शायद यही वजह थी कि यश फिल्म की सिर्फ चार मिनट की एक क्लिप लेकर मुंबई आए और यहां उन्होंने कुछ डिस्ट्रिब्यूटरों को दिखाई जो उन्हें काफी पसंद आई। इसके बाद ही उन्होंने इसे डब कर हिंदी में रिलीज करने का फैसला लिया। इस तरह संपूर्ण भारत सहित पूरी दुनिया में इस फिल्म के रिलीज करने का रास्ता खुल सका।
’के जी एफ चैप्टर 1’ और ’के जी एफ चैप्टर 2’ की जबर्दस्त सफलता के बाद यश, आज भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। हर किसी की निगाह अब, उनकी अगली फिल्म पर टिकी है। यश का कहना है कि बेशक ओटीटी लोकप्रिय हो रहा है लेकिन वह सिनेमाघरों में ही दर्शकों का मनोरंजन करने में विश्वास करते हैं क्योंकि वह खुद सिनेमा देखकर ही अभिनेता बने हैं।
यश जिनका असली नाम नवीन कुमार गौड़ा है, एक बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता बीएमटीसी में बस ड्राइवर थे। यश के मन में शुरू से ही एक्टर बनने का सपना पल रहा था जिसे पूरा करने के लिए वह बेंगलोर आ गये। काफी स्ट्रगल के बाद 2008 में उन्हें कन्नड़ फिल्म ’’मोगिना मनासु’ मिली और इस तरह उनका एक्टिंग कैरियर शुरू हो गया।
इस फिल्म के लिए यश को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड मिला। इसके बाद धीरे धीरे ’राजधानी’, ’गजकेसरी’ और ’मास्टरपीस’ जैसी फिल्मों के जरिए उनकी पॉपुलरिटी लगातार बढती चली गई।
यश की सबसे बड़ी खासियत है कि वह हर किरदार में अपनी छाप अवश्य छोड़ जाते हैं। उनकी इस खूबी की बदौलत आज साउथ की तरह नार्थ में भी उनकी तगड़ी फेन फॉलोइंग है।
इस मुकाम तक पंहुचने के लिए यश ने बहुत मेहनत की है। कहा जा रहा है कि यश पॉलिटिक्स में भी आने की तैयारियां कर रहे हैं। अटकलें हैं कि वह 2024 के लोकसभा इलेक्शन में सांसद की सीट के लिए चुनाव लड़ सकते हैं।
नितेश तिवारी की, रणबीर कपूर साई पल्लवी और यश जैसे स्टार्स तिकड़ी की फिल्म ‘रामायण’ का दर्शक इंतजार कर रहे हैं। ‘रामायण’ में यश रावण का किरदार निभा रहे हैं और इसके लिए उनके व्दारा 150 करोड़ की डिमांड करने की खबरें आ रही हैं। यश इस फिल्म के साथ बॉलीवुड में एंट्री करने जा रहे हैं। इसलिए वो इस फिल्म का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं, इसके अलावा उनके पास केजीएफ का तीसरा पार्ट भी है.