फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से तीसरे चरण की प्रक्रिया के तहत शोधित रेडियोधर्मी जल छोड़ा जाना शुरू

तोक्यो, जापान में 2011 में आई सुनामी में क्षतिग्रस्त हुए फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से तीसरे चरण की प्रक्रिया के तहत शोधित एवं हल्का रेडियोधर्मी अपशिष्ट जल बृहस्पतिवार से समुद्र में डालना शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पहले दो चरण की प्रक्रिया को बिना किसी बाधा के पूरा कर लिया गया था।

प्लांट संचालक की ओर से पहले दो चरण की प्रक्रिया के तहत प्रत्येक चरण में 7,800 टन शोधित पानी समुद्र में छोड़ा गया था और तीसरे चरण में 20 नवंबर तक इतनी ही मात्रा में पानी छोड़ने की योजना है।

संयंत्र के संचालक ‘तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी होल्डिंग्स’ (टेपको) ने कहा कि शोधित पानी को हल्का या तनु (डायल्यूट) कर समुद्र के पानी के साथ मिलाने के लिए उसके कर्मचारियों ने दो पंप चालू किए हैं और धीरे-धीरे इस मिश्रित पानी को समुद्र के नीचे सुरंग के माध्यम से प्रशांत महासागर में छोड़ा जाएगा।

पहले चरण की प्रक्रिया के तहत अगस्त में संयंत्र से अपशिष्ट जल छोड़ना शुरू किया गया था। यह सिलसिला कई वर्षों तक चलेगा। संयंत्र में करीब 1,000 टैंकों में लगभग 13.4 लाख टन रेडियोधर्मी अपशिष्ट जल रखा है।

जापान के उत्तर पूर्वी हिस्से में 2021 में भीषण भूकंप और उसके बाद सुनामी आने की वजह से फुकुशिमा संयंत्र क्षतिग्रस्त हो गया था जिसके बाद लगभग 14 लाख टन रेडियोधर्मी अपशिष्ट जल एकत्र हुआ।