नयी दिल्ली, चार सितंबर (भाषा) देश भर के क्रिकेट प्रशंसकों को अगले सत्र में इंडियन प्रीमियर लीग के टिकटों के लिए अधिक पैसे खर्च करने होंगे क्योंकि सरकार ने इन मैचों में प्रवेश पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को 28 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया है।
बुधवार देर रात जारी वित्त मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘कैसीनो, रेस क्लब, कैसीनो या रेस क्लब वाली किसी भी जगह या आईपीएल जैसी खेल प्रतियोगिताओं में प्रवेश पर आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) के साथ 40 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।’’
पिछले सत्र तक जीएसटी से पहले पांच सौ रुपये के आधार मूल्य वाले आईपीएल टिकट की कीमत 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ अंततः 640 रुपये थी। हालांकि 2026 सत्र के दौरान सरकार द्वारा 40 प्रतिशत जीएसटी लगाने के बाद अब यही टिकट 700 रुपये का हो जाएगा।
ऐसा इसलिए है क्योंकि आईपीएल टिकटों को ‘विलासिता की वस्तुओं’ की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है।
हालांकि भारत के अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों को अन्य खेल प्रतियोगिताओं के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है और 500 रुपये से अधिक मूल्य के टिकटों पर 18 प्रतिशत का कम जीएसटी लगेगा।
पांच सौ रुपये से कम मूल्य के किसी भी टिकट को जीएसटी से छूट दी जाएगी।
नियम में कहा गया है, ‘‘मान्यता प्राप्त खेल प्रतियोगिताओं सहित अन्य खेल प्रतियोगिताओं में प्रवेश पर छूट जारी रहेगी जहां की टिकट की कीमत पांच सौ रुपये से अधिक नहीं है। और अगर टिकट की कीमत 500 रुपये से अधिक है तो उस पर 18 प्रतिशत की मानक दर से कर लगता रहेगा।’’
जहां तक आईपीएल का सवाल है तो टिकटों की कीमतों पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का नियंत्रण नहीं है और हर फ्रेंचाइजी अपने-अपने घरेलू मैदानों पर कीमतें तय करती हैं।