इंदौर, चार सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ‘एक देश, एक चुनाव’ के विचार की जोरदार वकालत करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्र का सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए इस परिकल्पना को अमली जामा पहनाया जाना जरूरी है।
यादव ने इंदौर में एक संगोष्ठी के दौरान कहा कि पूरे साल अलग-अलग राज्यों में चुनाव चलते रहते हैं, जिससे देश का विकास बाधित होता है।
उन्होंने देश में पूरे साल चुनाव चलते रहने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि वर्ष 1969 से पहले सभी चुनाव एक साथ होते थे, लेकिन कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ने संविधान में बदलाव करके अलग-अलग चुनावों की परिपाटी शुरू कर दी।
यादव ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ की परिकल्पना पर अमल करना वैश्विक परिदृश्य के मुताबिक वक्त की मांग और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का तकाजा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश की प्रगति के लिए और (चुनावों पर) अनावश्यक खर्च को बचाने के वास्ते कदम उठाने चाहिए। एक देश में एक साथ ही चुनाव होने चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वोटों के गणित और निजी स्वार्थ के कारण कई लोग ‘एक देश, एक चुनाव’ के विचार को लेकर बेजा सवाल उठाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ दल भारतीय भाषाओं को भी ‘वोट के चश्मे’ से देखकर निरर्थक विवाद खड़े करते हैं।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के लगातार आठवीं बार देश का सबसे साफ-सुथरा शहर चुने जाने के जश्न में शरीक होते हुए स्वच्छता मित्रों (सफाईकर्मियों) के साथ भोजन किया। उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सफाईकर्मियों और नगर निगम कर्मचारियों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने कुल 60 करोड़ रुपये की लागत वाली 50 लोक परिवहन बसों को हरी झंडी दिखाकर उनके पहले सफर पर रवाना किया। ये वातानुकूलित बसें बिजली से चलती हैं।
यादव ने शहर के रणजीत हनुमान मंदिर के पुनर्विकास की परियोजना की नींव भी रखी।