कोलकाता, सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुका पाकिस्तान मंगलवार को यहां जब विश्व कप में जूझ रही एक अन्य टीम बांग्लादेश से भिड़ेगा तो करो या मरो के इस मुकाबले में लगातार चार मैच में हार के क्रम को तोड़ने का प्रयास करेगा।
पाकिस्तान के चार अंक हैं और वह अब अधिकतम छह अंक और जुटा सकता है जिससे लीग चरण के बाद उसके अधिकतम 10 अंक हो सकते हैं।
दो टीम पहले ही 10 या इससे अधिक अंक जुटा चुकी हैं जबकि इनके अलावा तीन और टीम पाकिस्तान से आगे हैं जिससे उसका सेमीफाइनल में जगह बनाना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।
सभी टीम से अनुकूल नतीजे मिलने की उम्मीद काफी कम है। साथ ही धीमी शुरुआत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लय पकड़ ली है जबकि न्यूजीलैंड की टीम भी शानदार फार्म में है। भारत 12 अंक के साथ सेमीफाइनल में जगह लगभग पक्की कर चुका है जबकि दक्षिण अफ्रीका के 10 अंक हैं।
पाकिस्तान को न सिर्फ अपने बाकी बचे तीनों मैच जीतने होंगे बल्कि बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी जिससे उसका नेट रन रेट सुधरे जो अभी माइनस 0.205 है। बांग्लादेश के खिलाफ हार 1992 के चैंपियन पाकिस्तान की सभी उम्मीदें खत्म कर देगी।
ऐसे में उम्मीद है कि पाकिस्तान के खिलाड़ी बांग्लादेश के खिलाफ अपना सब कुछ झोंक देंगे।
पाकिस्तान को उसके बल्लेबाजों ने निराश किया है जबकि गेंदबाजों ने प्रभावित किया है। पाकिस्तान के बल्लेबाज छह में से चार मैच में पूरे ओवर खेलने में नाकाम रहे।
ईडन गार्डन्स की तेज गेंदबाजी की मददगार पिच पर पाकिस्तान को उम्मीद होगी कि शाहीन शाह अफरीदी, हारिस राउफ और मोहम्मद वसीम बांग्लादेश के खिलाफ उसे शुरुआती सफलताएं दिलाएंगे।
पाकिस्तान के लिए सबसे सकारात्मक चीज मोहम्मद वसीम जूनियर का प्रदर्शन रहा है जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बीमार हसन अली की जगह उतरे और विश्व कप में पदार्पण किया।
वसीम ने 62 रन देकर दो विकेट चटकाए लेकिन डेथ ओवरों में उन्हें केशव महाराज पर काफी दबाव बनाया था।
वसीम के टीम में अपनी जगह बनाए रखने की उम्मीद है क्योंकि पाकिस्तान टूर्नामेंट में जूझ रहे बांग्लादेश के बल्लेबाजों पर दबदबा बनाने की कोशिश करेगा।
पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी निराशा उसके बल्लेबाज रहे हैं जो चार मैच में पूरे 50 ओवर खेलने में भी नाकाम रहे। कप्तान बाबर आजम भी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे हैं।
बाबर ने अब तक तीन अर्धशतक जड़े हैं और बांग्लादेश के खिलाफ उनकी नजरें बड़े शतक पर होंगी।
दूसरी तरफ शाकिब अल हसन की अगुआई वाली बांग्लादेश की टीम में भी सब कुछ सही नहीं है। टीम के बल्लेबाज बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रहे हैं। नीदरलैंड के खिलाफ पिछले मैच में टीम के शीर्ष छह बल्लेबाजों में से चार दोहरे अंक में भी पहुंचने में नाकाम रहे जिससे 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम 142 रन पर सिमट गई।
बांग्लादेश की टीम लगातार पांच मैच हार चुकी है। टीम के छह मैच में एक जीत से सिर्फ दो अंक हैं और 10 टीम की तालिका में वे नौवें स्थान पर चल रहे हैं।
टीम इस प्रकार हैं:
पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, फखर जमां, इमाम उल हक, अब्दुल्ला शफीक, मोहम्मद रिजवान, सऊद शकील, इफ्तिखार अहमद, सलमान अली आगा, मोहम्मद नवाज, उसामा मीर, हारिस राउफ, हसन अली, शाहीन अफरीदी और मोहम्मद वसीम।
बांग्लादेश: शाकिब अल हसन (कप्तान), लिट्टन दास, तंजीद हसन तमीम, नजमुल हुसैन शंटो, तौहीद हृदय, मुश्फिकुर रहीम, महमूदुल्लाह रियाद, मेहदी हसन मिराज, नासुम अहमद, मेहदी हसन, तास्किन अहमद , मुस्ताफिजुर रहमान, हसन महमूद, शरीफुल इस्लाम और तंजीम हसन शाकिब।