नयी दिल्ली, अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया के सर्वोच्च सम्मान ‘इम्तियाज-ए-जामिया’ से नवाजा गया।
जामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने विश्वविद्यालय के 103वें स्थापना दिवस पर टैगोर को यह पुरस्कार प्रदान किया। उन्हें हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई टैगोर ने कहा, ‘‘जिस क्षण से मैंने विश्वविद्यालय में प्रवेश किया, यह मेरे लिए भावनात्मक रहा। मेरा काम 60 वर्षों से लोगों की नजरों में दिखाई देता है और लोगों ने मेरे प्रति जो दयालुता दिखाई है, उसे देखकर दिल खुश हो जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आभारी हूं कि जामिया मिलिया इस्लामिया की पहली महिला कुलपति ने मुझे सम्मानित किया है।’’
टैगोर ने अख्तर और आईएलबीएस के निदेशक शिव कुमार सरीन के साथ विश्वविद्यालय के शताब्दी द्वार का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर तीनों ने विश्वविद्यालय का झंडा फहराया। इस दौरान एनसीसी कैडेट उनके साथ रहे।
‘इम्तियाज-ए-जामिया’, जामिया मिलिया इस्लामिया का सर्वोच्च सम्मान है, जिसे समाज की बेहतरी में योगदान देने वाले भारतीयों को दिया जाता है।
इस अवसर पर विभिन्न छात्रों और प्राध्यापकों को उनकी उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया गया।