भारत ने एशियाई पैरा खेलों में रचा इतिहास, रिकॉर्ड 80 पदक तक पहुंचा

हांगझोउ,  भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने गुरुवार को यहां इतिहास रचते हुए एशियाई पैरा खेलों में सर्वाधिक पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाते हुए अपने कुल पदक की संख्या को 80 तक पहुंचाया जिसमें 18 स्वर्ण भी शामिल हैं।


भारत ने इंडोनेशिया में 2018 में 72 पदक जीतने के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है।



भारत ने अब तक 18 स्वर्ण, 23 रजत और 39 कांस्य सहित कुल 80 पदक जीते हैं।


खेलों में अब दो दिन बाकी हैं और भारत हांगझोउ खेलों में 100 पदक जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है।

भारत ने जकार्ता में पिछले पैरा एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण, 24 रजत और 33 कांस्य पदक सहित 72 पदक जीते थे।



गुरुवार को पुरुष एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में सचिन सर्जेराव ने 16.03 मीटर के खेलों के रिकॉर्ड थ्रो के साथ भारत को दिन का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। रोहित कुमार ने 14.56 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।



पैरा निशानेबाज सिद्धार्थ बाबू ने आर6 मिश्रित 50 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 स्पर्धा में 247.7 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता।


शीतल देवी और राकेश कुमार की तीरंदाजी की कंपाउंड मिश्रित टीम ने चीन के लिन युएशान और ऐइ शिनलियांग को फाइनल में 51-149 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।


आदिल मोहम्मद नजीर अंसारी और नवीन दलाल की तीरंदाजी पुरुष युगल जोड़ी ने डब्ल्यूवन स्पर्धा में कजाखस्तान की जोड़ीह को 125-120 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।



सिमरन और भाग्यश्री माधवराव जाधव ने महिला टी12 100 मीटर और महिला एफ34 गोला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीते। सिमरन ने 26.12 सेकेंड का समय लिया जबकि भाग्यश्री ने 7.54 मीटर की दूरी तय की।


नारायण ठाकुर ने पुरुष टी35 100 मीटर में 14.37 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता जबकि श्रेयांश त्रिवेदी (12.24 सेकेंड) को भी पुरुष टी37 100 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक मिला।



पैरा बैडमिंटन में सुकांत इंदूकांत कदम (पुरुष एकल एसएल4), सिवन नित्या सुमथी (महिला एकल एसएच6), मनीषा रामदास (महिला एकल एसयू5), मनदीप कौर और मनीषा (महिला युगल एसएल3-एसयू5), कृष्णा नागर और सिवराजन एस (पुरुष युगल एसएच6) तथा प्रमोद भगत और सुकांत (पुरुष युगल एसएल3-एसएल4) ने अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले गंवाने के बाद कांस्य पदक जीते।


शतरंज में भावेशकुमार रति हिमांशी ने महिला व्यक्तिगत स्टैंडर्ड वी1-बी1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।