हैदराबाद, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले स्मृति चिह्नों और उपहारों की ई-नीलामी को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की अंतिम तिथि (31 अक्टूबर) से पहले अधिक से अधिक लोगों को इसमें भाग लेना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इससे मिलने वाला धन ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम (गंगा के संरक्षण और पुनर्जीवन के लिए केंद्र सरकार की प्रमुख पहल) में जाएगा।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के मौके पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘राम दरबार, हनुमान जी, ये हमेशा से पसंदीदा वस्तुओं में रहे हैं, लेकिन इस बार, यरुशलम से मिला स्मृति चिह्न भी काफी पसंद किया जा रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग लें। क्योंकि अब दिन बहुत कम रह गए हैं। 31 अक्टूबर इसकी आखिरी तारीख है।’’
लेखी ने 23 अक्टूबर को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले उपहारों और स्मृति चिह्नों की ई-नीलामी के नवीनतम दौर में राम दरबार की एक प्रतिमा, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का एक मॉडल, कामधेनु और यरुशलम से मिला स्मृति चिह्न भी लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
यह ई-नीलामी दो अक्टूबर को शुरू हुई थी जो कि 31 अक्टूबर तक चलेगी।
लेखी ने दो अक्टूबर को कहा था, ‘‘पिछले चार संस्करणों में सात हजार से अधिक वस्तुओं को ई-नीलामी के लिए पेश किया गया था और इस बार 912 वस्तुएं रखी गई हैं।’’