रायपुर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की कि अगर राज्य में कांग्रेस सत्ता में आई तो किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘‘घोषणा! कांग्रेस के सत्ता में आते ही पूर्व की तरह इस बार भी हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे।’’
राज्य में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल ने यह घोषणा सक्ती जिले के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करने के दौरान एक सभा में की। पार्टी ने सक्ती विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बघेल ने सभा में कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अभी तक किसान, मजदूर, नौजवान और महिलाओं के लिए एक भी घोषणा नहीं की है। राहुल जी आए घोषणा की कि जाति जनगणना होगी। प्रियंका जी ने कहा गरीब लोगों को आवास दिये जाएंगे। हमने कहा है कि केंद्र सरकार हमारा हिस्सा दे या न दे छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों के लिए घर बनाकर रहेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले ही घोषणा कर दी है कि किसानों से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदेंगे। अभी बहुत सी गारंटी देनी है। मैं सक्ति में आया हूं यहां शक्ति के उपासक बैठे हैं। सक्ति में किसान को शक्तिमान बनाना है। मैं मंच के माध्यम से घोषणा कर रहा हूं जैसे पूर्व में किसानों का कर्ज माफ किया गया था, फिर से सरकार बनाओ किसानों का कर्ज माफ होगा।’’
राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री की इस घोषणा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राज्य में वर्ष 2018 के चुनाव से पहले भी कांग्रेस ने सरकार बनते ही कर्ज माफ करने का वादा किया था।
माना जाता है कि कांग्रेस की इस घोषणा के बाद ही पार्टी को किसानों का समर्थन मिला था और राज्य में 15 वर्ष के बाद सत्ता में वापसी हुई थी।
राज्य सरकार के मुताबिक, राज्य में 18.82 लाख किसानों पर बकाया 9270 करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ किया गया है। वहीं, राज्य के 17 लाख किसानों पर वर्षों से लंबित 344 करोड़ रुपए का सिंचाई कर भी माफ किया गया है।
राज्य में दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होगा। राज्य के दो बड़े राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा ने अभी तक घोषणा पत्र जारी नहीं किया है।
कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 90 में से 68 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी। राज्य में जेसीसी (जे) को पांच और बसपा को दो सीटें मिली थीं। वर्तमान में कांग्रेस के 71 विधायक हैं।