रायपुर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार देर रात छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 12 उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की।
राज्य में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा।
आप द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट की गई सूची में अधिकतर उम्मीदवार जिला कमेटी के पदाधिकारी हैं तथा कुछ उम्मीदवार अन्य राजनीतिक दलों से आप में शामिल हुए हैं।
पार्टी ने लिखा है, ‘घोषणा। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए उम्मीदवारों की चौथी सूची आ गई है। सभी उम्मीदवारों को शुभकामनाएं। इस बार चलेगी झाड़ू।’
पार्टी ने जिन 12 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी की है उनमें से छह अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के उम्मीदवार के लिए और एक अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
आप ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में पहली बार अपनी किस्मत आजमाई थी और कुल 90 सीटों में से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन सफलता नहीं मिली थी। 2018 के चुनावों में आप का कोई भी उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में भी सफल नहीं हुआ था।
आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी ने अभी तक कुल 45 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।
राज्य में पार्टी के मीडिया विभाग के सदस्य अनुपम सिंह ने बताया कि पार्टी ने जिन उम्मीदवारों की सूची जारी की है उनमें ज्यादातर जिला इकाई के पदाधिकारी शामिल हैं। वहीं कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं जो पहले भाजपा, शिवसेना के कार्यकर्ता थे। ।
सूची में सामरी (एसटी) से पूर्व जनपद सदस्य देव गणेश टेकाम, लुंड्रा (एसटी) से पूर्व शिक्षक अलेक्जेंडर, सीतापुर (एसटी) से समाजसेवी मुन्ना टोप्पो, जशपुर (एसटी) से प्रकाश टोप्पो, रायगढ़ से मारवाड़ी समाज के सचिव गोपाल बापूड़िया, पाली तानाखार (एसटी) से सोबराम सिंह सैमा, जांजगीर चांपा से पूर्व शिक्षक परमेश्वर प्रसाद सांडे, खल्लारी से नीलम ध्रुव, बलौदाबाजार से संतोष यादव, रायपुर उत्तर से विजय गुरूबक्षाणी, आरंग (एससी) से प्रमोद जांगड़े और बिंद्रानवागढ़ (एसटी) से भागीरथ मांझी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में दो दलों कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही मुख्य मुकाबला होता आया है। राज्य में 2018 के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। गठबंधन को सात सीटें मिली थी।
2018 के चुनाव में कांग्रेस को 68 और भाजपा को 15 सीटें मिली थीं। राज्य में वर्तमान में कांग्रेस के 71 विधायक हैं।
राज्य में इस वर्ष होने वाले चुनाव में ‘आप’ बेहतर स्थान हासिल करने की कोशिश में है क्योंकि 2020 में अजीत जोगी की मृत्यु के बाद जेसीसी (जे) लगभग हाशिये पर चली गई है।
राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर तथा मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक 86 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है।