वाधवानी एआई को फसलों की सुरक्षा के लिए गूगल से मिला 33 लाख डॉलर का अनुदान

नयी दिल्ली,  वाधवानी इंस्टीट्यूट फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (वाधवानी एआई) को कीटों को काबू में रखने की प्रौद्योगिकी का उपयोग कर मुख्य खाद्य फसलों की सुरक्षा की एक परियोजना शुरू करने के लिए ‘गूगल डॉट ओआरजी’ से 33 लाख डॉलर (लगभग 27.42 करोड़ रुपये) का अनुदान मिला है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

वाधवानी एआई का समाधान वर्तमान में ‘कॉटन एस ऐप’ में दिखाई देता है। इस ऐप ने फसल उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की आय में सुधार करने में मदद की है। यह किसानों द्वारा अपलोड की गई तस्वीरों की सहायता से कीटों की पहचान करता है और फसल क्षति के समाधान के लिए डेटा-संचालित समाधान प्रदान करता है। साथ ही उन्हें मौसम, खेती के तरीकों और फसल की कीमतों के बारे में नवीनतम जानकारी भी प्रदान करता है।

वाधवानी एआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी शेखर शिवसुब्रमणियम ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य एआई (कृत्रिम मेधा) का उपयोग करके भारतीय कृषि क्षेत्र में दक्षता और उत्पादन को बढ़ावा देना है। ‘गूगल डॉट ओआरजी’ द्वारा समर्थित हमारे ‘कॉटन एस ऐप’ ने पहले ही किसानों का मुनाफा 20 प्रतिशत बढ़ा दिया है और कीटनाशक खर्चों को 25 प्रतिशत तक घटा दिया है। यह हालिया अनुदान चावल, गेहूं और मक्का जैसी प्रमुख फसलों की सुरक्षा के लिए हमारी तकनीक का विस्तार करने में हमारी मदद करेगा।’’