तुलसी एक चमत्कारी पौधा है। इसके फायदे अनगिनत हैं और यह हिंदू परम्परा के अनुसार तुलसी का अर्थ है ‘अनुपम’ अर्थात जिसकी कोई तुलना न हो सके। ऐसा माना जाता है कि इसकी पत्तियों में मौजूद गुण किसी भी तरह की बीमारी का इलाज जड़ से कर सकते हैं। यूं तो ताजी तुलसी की पत्तियां ज्यादा फायदेमंद होती हैं लेकिन सूखी पत्तियों से भी काफी चीजें बनाई जा सकती है। इसकी पत्तियां कच्ची या पकी दोनों तरह से इस्तेमाल की जा सकती हैं।
आइये देखें तुलसी के गुण।
तुलसी की पत्तियों का रस अगर किसी बुखार के मरीज को हर दो तीन घंटे के अन्दर दिया जाए तो उसका बुखार जल्दी ठीक हो सकता है। इसके अलावा अगर तुलसी की पत्तियों के साथ लौंग और इलायची भी पीस कर मरीज को दी जाएं तो बुखार कम किया जा सकता है। तेज माईग्रेन दर्द हो तो आप उबलते हुए पानी में तुलसी की पत्तियों से बना तेल डालकर उसे सूंघें, या तुलसी की पत्तियों को मिला सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य को काफी फायदा पहुंचाएगा।
तुलसी का रस जी मिचलाने या चक्कर आने की प्रवृत्ति को भी ठीक करता है। इसके लिए एक चुटकी पिसी हुई अदरक के साथ दो तीन तुलसी के पत्ते मिला लें और इन्हें 10 मिनट तक एक मग पानी से भिगोकर उस पानी को छानकर पी लें।
सर्दी और खांसी के दौरान बलगम की समस्या को रोकने के लिए भी दवाइयों में तुलसी की पत्तियों का प्रयोग किया जाता है।
यह खून में एंटीबॉडीज की संख्या बढ़ाती है।
इसमें विटामिन-सी, कैरोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस की ऊंची मात्रा मौजूद होती है। साथ ही यह एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल तत्वों से परिपूर्ण होती है जो आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ावा देते हैं। जल्दी से जल्दी इसे इस्तेमाल करें और फिर देखें कि यह आपके जीवन में किस तरह का चमत्कारी बदलाव लाती है।