मुंबई, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) नेता अमित ठाकरे ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जश्न मनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तिरंगा यात्राओं पर सोमवार को चिंता व्यक्त की और कहा कि जब संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है और अभी केवल दोनों तरफ से सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी है, ऐसे में विजय रैलियां आयोजित करना अनुचित है।
हालांकि, राज्य मंत्री आशीष शेलार ने ठाकरे की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि ये रैलियां महज राजनीतिक कार्यक्रम नहीं हैं बल्कि भारतीय सैनिकों के साहस के प्रति सम्मान है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में ठाकरे ने पाकिस्तान के खिलाफ हाल की सैन्य कार्रवाई के बाद जीत के माहौल पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा पर कड़े लेकिन आवश्यक निर्णय देश के लिए महत्वपूर्ण हैं और मैं इसके लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं। हालांकि, ऐसे समय में जब बहादुर सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी है, तब जश्न मनाए जाने ने समाज को भावनात्मक रूप से भ्रमित कर दिया है।’’
ठाकरे ने पत्र में कहा, ‘‘ संघर्ष समाप्त नहीं हुआ है। एक अस्थायी संघर्षविराम लागू है। जब परिणाम अभी भी अनिश्चित है, तो विजय रैलियां आयोजित करना अनुचित है। नागरिकों को संयम बरतना चाहिए और शहीदों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए।”
मनसे नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री शेलार ने कहा, “आज दुनिया भारत की प्रशंसा कर रही है। हम कूटनीति में भी अग्रणी हैं। इसलिए, हम दूसरों की बातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्राएं योजना के अनुसार जारी रहेंगी।