नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) भारत में समुद्री और नदी क्रूज पर्यटन के क्षेत्र में महाशक्ति बनने की क्षमता है, हालांकि हवाई किराये में उतार-चढ़ाव और गुणवत्तापूर्ण होटलों की सीमित उपलब्धता जैसी बुनियादी संरचनागत कमियां घरेलू बाजार के लिए चुनौतियां पेश करती हैं। थॉमस कुक इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) महेश अय्यर ने यह बात कही है।
अय्यर ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि क्रूज अवकाश एक अत्यधिक व्यवहार्य यात्रा विकल्प के रूप में उभरा है, क्योंकि इनमें कई वीजा की जटिलताएं समाप्त हो गई हैं, तथा गंतव्यों के बीच निर्बाध यात्रा की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इसमें एक ही साथ आवास, भोजन, मनोरंजन और दर्शनीय स्थलों की यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है।
अय्यर ने कहा, “क्रूज़ भारत मिशन और मैरीटाइम इंडिया विज़न-2030 जैसी सरकारी पहल के साथ, हम इस क्षेत्र में सकारात्मक वृद्धि और विस्तार की उम्मीद करते हैं।”
इसके अलावा, देश के यात्रा और पर्यटन क्षेत्र के लिए बाधाओं को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि चुनौतियों में बुनियादी ढांचे की कमी शामिल है, जैसे गुणवत्तापूर्ण होटलों की सीमित उपलब्धता, विशेष रूप से 3-सितारा प्लस श्रेणी में, जो कई क्षेत्रों में, विशेष रूप से कुछ उत्तरी हिल स्टेशनों में बाधा बनी हुई है।