मुंबई, 18 मई (भाषा) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मुंबई ने तुर्किये के विश्वविद्यालयों के साथ सभी समझौतों को निलंबित कर दिया है।
भारत एवं पाकिस्तान के मध्य बढ़े तनाव के बीच तुर्किये द्वारा पाकिस्तान को समर्थन दिए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
संस्थान ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ‘पोस्ट’ किया, ‘‘तुर्किये को लेकर मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए आईआईटी मुंबई तुर्किये के विश्वविद्यालयों के साथ अपने समझौतों को अगला नोटिस जारी किए जाने तक निलंबित करने की प्रक्रिया में है।’’
आईआईटी मुंबई और कुछ तुर्किये संस्थानों के बीच संकाय विनिमय कार्यक्रम (फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम) को लेकर समझौता था।
यह घटनाक्रम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान तुर्किये द्वारा पाकिस्तान को दिए गए समर्थन के मद्देनजर सामने आया है।
इससे पहले, आईआईटी रुड़की ने तुर्किये के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ किया गया एक समझौता औपचारिक रूप से रद्द कर दिया था।
आईआईटी रूड़की ने ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘संस्थान वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो इसकी शैक्षणिक प्राथमिकताओं को प्रतिबिंबित करता है और राष्ट्रीय हित को बनाए रखता है।’’
निजी संस्थानों जैसे चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने भी तुर्किये और अजरबैजान के 23 विश्वविद्यालयों के साथ अपने अकादमिक सहयोग को समाप्त कर दिया है।