शीर्ष भारतीय सैन्य अधिकारी ने विदेशी रक्षा अताशे को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी दी

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Army briefs foreign service attaches on Operation Sindoor

नयी दिल्ली,  भारतीय सेना के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कई देशों के रक्षा अताशे या उनके प्रतिनिधियों को ‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ के सफल संचालन’’ के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

रक्षा खुफिया एजेंसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डी एस राणा ने दिल्ली छावनी स्थित मानेकशॉ सेंटर में बंद कमरे में ‘ब्रीफिंग’ का आयोजन किया।

सूत्रों ने बताया कि कई प्रमुख देशों के साथ इस्लामी देशों के रक्षा अताशे भी इस ‘ब्रीफिंग’ में शामिल हुए।

इसमें रूस, स्वीडन, नेपाल, फिलीपीन, मिस्र तथा अन्य देशों के रक्षा अताशे (दूतावास का वह अधिकारी, जिसे विशेष दायित्‍व सौंपा जाता है) भी शामिल हुए।

एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल डी एस राणा ने 70 देशों के अताशे को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल संचालन के बारे में जानकारी दी, जिसने भारत-पाकिस्तान संबंधों में नए मानदंड स्थापित किए हैं, और नए युग के युद्ध में सैन्य श्रेष्ठता के माध्यम से भारत की प्रदर्शित शक्ति और राष्ट्रीय संकल्प को उजागर किया है।’’

अधिकारियों ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल राणा ने ‘‘पुष्ट आतंकी संबंधों’’ के आधार पर लक्ष्यों के चयन के लिए ‘‘सोच समझकर बनाई गई योजना प्रक्रिया’’ के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा घोषित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए गहन बहु-क्षेत्रीय अभियानों के माध्यम से की गई एकीकृत, सटीक और त्वरित प्रतिक्रिया पर भी ‘ब्रीफिंग’ के दौरान प्रकाश डाला गया।

एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय ने पोस्ट में कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर में सशस्त्र बलों के बीच तालमेल से प्रभावी कार्रवाई की गई। इसके साथ ही अंतरिक्ष, साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के क्षेत्रों में भारतीय सशस्त्र बलों की तकनीकी श्रेष्ठता को रेखांकित किया गया।’’

डीआईए के महानिदेशक ने हैशटैग ‘‘ऑपसिंदूर’’, ‘‘जस्टिसइजसर्व्ड’’, ‘‘जीरोटोलरेंसफॉरटेरर’’ का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘‘प्रतिद्वंद्वी द्वारा चलाए जा रहे निरंतर भारत विरोधी दुष्प्रचार अभियान और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता पर इसके प्रभाव का विश्वसनीय रिकॉर्ड भी प्रस्तुत किया।’’

अधिकारियों ने बताया, ‘‘हमारे देश के दृष्टिकोण के तौर-तरीकों पर भी प्रकाश डाला गया, जिसने प्रभावी ढंग से और तेजी से झूठे विमर्शों का मुकाबला किया।’’

बैठक में मैक्सिको, पेरू, ऑस्ट्रेलिया तथा अन्य देशों के भी प्रतिनिधि मौजूद थे।

‘ब्रीफिंग’ में शामिल हुए एक रक्षा अताशे ने कहा, ‘‘पिछले दिनों में जो कुछ हुआ है, उसके बारे में सीधे भारतीय सैन्य पक्ष से जानकारी प्राप्त करना अच्छा था क्योंकि इंटरनेट पर बहुत सारी असत्यापित जानकारी मौजूद है।’’

‘ब्रीफिंग’ के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कई अन्य विदेशी रक्षा अताशे ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए।

एक रक्षा अताशे ने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ दिनों में भारतीय सेना और अन्य अधिकारियों द्वारा की गई प्रेस वार्ता को ऑनलाइन देखा है और आज हमें व्यक्तिगत रूप से भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में बताया गया।’’

भारत ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान के सभी हमलों का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत दिया गया। भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को जमीन, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए सहमति बनने की घोषणा की थी।

 

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