पुंछ/जम्मू,जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पुंछ जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित लोगों से सोमवार को संपर्क किया और इलाो में बंकर बनाने की जरूरत पर जोर दिया।
बुधवार से अब तक पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में मारे गए 27 लोगों में से सर्वाधिक 20 लोग पुंछ जिले में मारे गए। भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तुरंत बाद पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की गई।
गत 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था।
अब्दुल्ला ने अपने सलाहकार नासिर असलम वानी और विधायक एजाज जान के साथ पुंछ का दौरा किया और पाकिस्तानी गोलाबारी में बुरी तरह क्षतिग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण किया।
उन्होंने गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिवारों, विशेषकर अमरजीत सिंह और अमरीक सिंह के परिवारों से मुलाकात की तथा शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
नेताओं ने कहा कि स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को जमीनी हालात से अवगत कराया। यात्रा का उद्देश्य शोक-संतप्त परिवारों के प्रति समर्थन जताना था।
अब्दुल्ला ने सुरनकोट क्षेत्र का भी दौरा किया और सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय लोगों से बातचीत की, जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। उन्हें उनकी सरकार के मंत्री जावेद राणा ने प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती इलाकों के निवासियों की सुरक्षा के लिए बंकरों के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। वह राजौरी का भी दौरा करेंगे।
जम्मू कश्मीर में कल रात पाकिस्तान की तरफ से कोई गोलीबारी नहीं होने के कारण काफी हद तक शांति रही। हाल के दिनों में यह पहली ऐसी रात थी।
नयी दिल्ली और इस्लामाबाद ने चार दिन तक सीमा के आरपार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद तत्काल प्रभाव से सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए शनिवार दोपहर को सहमति जताई।