हांगकांग, 30 अप्रैल (एपी) चीन से उत्पादों के अमेरिकी आयात पर उच्च शुल्क का असर अब दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर दिखने लगा है।
चीन के लॉजिस्टिक्स एंड परचेजिंग फेडरेशन द्वारा किए गए आधिकारिक सर्वेक्षण के अनुसार, अप्रैल में निर्यात ऑर्डर में कमी आई है। अमेरिकी प्रशासन ने चीनी वस्तुओं पर 145 प्रतिशत तक शुल्क लगाने का आदेश दिया है जिसका असर अब उसके निर्यात पर दिखने लगा है।
हालांकि, चीन ने भी इसके जवाब में अमेरिकी वस्तुओं 125 प्रतिशत शुल्क लगाया है।
इस बीच, आधिकारिक विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) मार्च में 50.5 से फिसलकर 49.0 पर आ गया जो 16 महीने का सबसे निचला स्तर है। यह 50 से अधिक होने पर विस्तार और 50 से कम होने पर संकुचन दर्शाता है।
वित्तीय सूचना समूह कैक्सिन द्वारा किए गए एक निजी सर्वेक्षण में यह 51.2 से गिरकर 50.4 पर आ गया।
कैपिटल इकोनॉमिक्स के जिचुन हुआंग ने रिपोर्ट में कहा, ‘‘ पीएमआई में गिरावट संभवतः शुल्क के प्रभाव को बढ़ा-चढ़ाकर दर्शाती है, लेकिन फिर भी इससे संकेत मिलता है कि बाहरी मांग कम होने से चीन की अर्थव्यवस्था दबाव में आ रही है।’’
कैक्सिन रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘ कुल मिलाकर अप्रैल में आपूर्ति और मांग में वृद्धि धीमी रही, निर्यात में कमी आई और रोजगार में थोड़ी कमी आई। विनिर्माताओं ने भंडार कम करने की मांग की, रसद में देरी हुई और कीमतें दबाव में रहीं। बाजार में आशावादी रुख काफी कमजोर हुआ।’’
निजी अर्थशास्त्रियों ने इस वर्ष और अगले वर्ष अर्थव्यवस्था के लिए अपने पूर्वानुमान घटा दिए हैं।
कैपिटल इकोनॉमिक्स का अनुमान है कि 2025 में अर्थव्यवस्था केवल 3.5 प्रतिशत बढ़ेगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएफएफ) ने भी हाल ही में इस और अगले वर्ष अमेरिका तथा वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए परिदृश्य काफी खराब रहने की बात कही थी। उसने अनुमान लगाया कि इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर मात्र 2.8 प्रतिशत रहेगी, जो जनवरी में लगाए गए 3.3 प्रतिशत के अनुमान से कम है।