
गर्मियों की गर्म हवाएं त्वचा पर कुप्रभाव तो डालती हैं पर इसका यह अर्थ नहीं कि आप गर्मी का मौसम आते ही तनावग्रस्त हो जाएं और घर पर ही पूरा गर्मी का मौसम बिता दें। यह संभव भी नहीं है, इसलिए घबराना कैसा? थोड़ी सी अतिरिक्त देखभाल से आप समर का मुकाबला कर खिली खिली और तनाव मुक्त रह सकती है। आइये जानें कुछ टिप्स
गर्मियों में अपने हाथ पैरों की खूबसूरती बरकरार रखने के लिए नियमित मेनीक्योर और पेडीक्योर करवाती रहें या करती रहें ताकि गर्मियों में खुले पांव गंदे न हों और तेज धूप का प्रभाव उन पर न पड़े।
दिन के समय कहीं धूप से आने पर आंखों में जलन हो रही हो तो कटे हुए खीरे या ककड़ी के ठंडे टुकड़े आंखों पर रखें या गुलाबजल में भीगी रूई को आंखों पर 10 से 15 मिनट तक रखें। जलन दूर हो जाएगी और आंखों में फिर ठंडापन आ जाएगा।
गर्मी में दिन में दो बार स्नान करें। स्नान करते समय बाल्टी मंे नींबू की कुछ बूंदें डालें या गुलाब की सूखी पंखुडि़यां बाल्टी में आधा घंटा पहले डाल दें ताकि स्नान करने के बाद आप फ्रेश रह सकें और महकती खुशबू से त्वचा भी खूब सूरत बनी रह सके।
गर्मियों में ठंडा-ठंडा कूल-कूल पानी दिन भर में 8-10 गिलास पिएं ताकि शरीर से पसीना निकलने से पानी की कमी न रहे।
ठंडे पानी के छींटे कई बार चेहरे पर मारें ताकि पसीने का चिपचिपापन धुलता रह सके और त्वचा अच्छे प्रकार सांस ले पाएगी।
ऑयली त्वचा होने पर सप्ताह में दो बार स्क्रब और फेस पैक लगाएं। सूखने पर इसे धो लें। चाहें तो मुल्तानी मिट्टी में दही मिलाकर चेहरे, गर्दन और बाजू पर लगायें। सूखने पर धो दें। इससे गर्मी से राहत मिलेगी और त्वचा का अतिरिक्त तेल भी साफ हो जायेगा।
गर्मियों में आयल फ्री माश्चराइजर का प्रयोग करें जिसमें शहद, ग्लिसरीन और एलोवेरा मिला हो।
त्वचा के झुलस जाने पर एलोवेरा जेल का प्रयोग करें या एलोवेरा युक्त लोशन लगायें। इससे झुलसी त्वचा को ठंडक मिलेगी।
पसीने से और उसकी बदबू से छुटकारा पाने के लिए टेलकम पाउडर और डियोडोरेंट का प्रयोग करे। हाथों की त्वचा को झुलसती गर्मी से बचाने के लिए माइल्ड माश्चराइजर लगाती रहें ताकि हाथों की त्वचा कोमल बनी रहे।
धूप पर जाने से पूर्व एस पी एफ 15 युक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
गर्मियों में बालों का खास ध्यान रखें क्योंकि पसीने के कारण इन्हें सफाई की विशेष जरूरत होती है। सप्ताह में तीन बार सिर धोएं ताकि पसीने की चिपचिपाहट से बालों संबंधी रोग न पैदा हो जाएं।
गर्मियों में बालों को खुला न रख कर पोनीटेल बनाएं या जूड़ा आदि बनायें।
गर्मियों में बाहर जाते समय बालों को ढककर जाएं ताकि तेज किरणें बालों को नुकसान न पहुंचा सकें।
खाने में तेज मसालों का प्रयोग न करें, न ही अधिक तला हुआ खाएं। गर्मी में इस प्रकार का भोजन हानिकारक होता है।
वस्त्रा सूती ही पहनें ताकि पसीना सूखता रह सके। ढीले वस्त्रा पहनें। इससे त्वचा को हवा मिलती रहेगी और गर्मी में होने वाले त्वचा रोग भी नहीं होंगे।