भारतीय कंपनियों की आय वृद्धि मार्च तिमाही में रहेगी स्थिर, लाभ बढ़ेगा: क्रिसिल

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मुंबई, 24 अप्रैल (भाषा) भारतीय कंपनियों की आय वृद्धि जनवरी-मार्च तिमाही में लगभग पांच से छह प्रतिशत पर स्थिर रहेगी, लेकिन लाभ बढ़ेगा।

साख निर्धारण करने वाली क्रिसिल रेटिंग्स की एक इकाई ने कहा कि इस दौरान परिचालन लाभ मार्जिन आठ प्रतिशत रहने की संभावना है, जो एक साल पहले के प्रदर्शन की तुलना में 0.60 प्रतिशत की वृद्धि है।

एजेंसी ने अपने अनुमानों पर पहुंचने के लिए एनएसई के बाजार पूंजीकरण में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने वाली 400 से अधिक कंपनियों का विश्लेषण किया। कुछ कंपनियों, खासकर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की कंपनियों ने पहले ही अपनी आय की घोषणा कर दी है।

क्रिसिल इंटेलिजेंस के निदेशक पुशन शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता विवेकाधीन उत्पाद, सेवा और मुख्य सेवा खंड में राजस्व में सालाना आधार पर आठ से नौ प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है।

शर्मा ने कहा, “इसकी वजह दूसरी तिमाही में लागू किए गए शुल्क में उल्लेखनीय वृद्धि और दूरसंचार कंपनियों द्वारा प्रीमियम 5जी योजनाओं की शुरुआत के परिणामस्वरूप दूरसंचार सेवाओं के राजस्व में 15 प्रतिशत की अपेक्षित वृद्धि होगी।”

उन्होंने कहा कि वाहन क्षेत्र का राजस्व संभवतः छह प्रतिशत बढ़ा है, क्योंकि यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में तेजी आई है तथा उत्पाद मिश्रण में बदलाव और निर्यात में हिस्सेदारी बढ़ने के कारण प्राप्तियां बढ़ी हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि धीमी मात्रा वृद्धि के बीच कीमतों में बढ़ोतरी के कारण रोजमर्रा के घरेलू उत्पाद (एफएमसीजी) खंड में चार से छह प्रतिशत की राजस्व वृद्धि होने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है कि ग्रामीण मांग मजबूत रही है, जबकि शहरी मांग धीमी बनी हुई है।

कुल निर्यात आय में चार प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है, जिसमें मांग और परियोजना में मामूली सुधार के बाद आईटी सेवा राजस्व में दो से तीन प्रतिशत की वृद्धि और औषधि क्षेत्र में आठ प्रतिशत की वृद्धि शामिल है।

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