नयी दिल्ली, भारत और अमेरिका के अधिकारी बुधवार से वाशिंगटन में दोनों देशों के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर विचार-विमर्श शुरू करेंगे। इस पहल का मकसद मुद्दों को सुलझाना और बातचीत को गति देना है।
अमेरिका ने कहा कि भारत के साथ समझौता अमेरिकी वस्तुओं के लिए नए बाजार खोलने और दोनों देशों में श्रमिकों, किसानों और उद्यमियों के लिए नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि के अनुसार अमेरिका बाजार पहुंच बढ़ाने, शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं को कम करने और दीर्घकालिक लाभ सुनिश्चित करने के लिए बातचीत कर रहा है, जिसमें अतिरिक्त प्रतिबद्धताएं शामिल हैं।
अमेरिका ने कई मौकों पर भारत के साथ व्यापार घाटा बढ़ने पर चिंता जताई है, जो 2024 में 45.7 अरब अमेरिकी डॉलर था। अमेरिका बीटीए (द्विपक्षीय व्यापार समझौता) के जरिए भारत के साथ इस घाटे को कम करने पर विचार करेगा।
दोनों ने समझौते के लिए नियम एवं शर्तों (टीओआर) को अंतिम रूप दे दिया है।
तीन दिवसीय बातचीत इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अमेरिका ने भारत के खिलाफ जवाबी शुल्क लगाने पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी है।
एक अधिकारी ने कहा कि ये वार्ता द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए बातचीत की औपचारिक शुरुआत करेगी।
भारत के मुख्य वार्ताकार वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल हैं। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने 15 अप्रैल को कहा था कि भारत अमेरिका के साथ जल्द से जल्द वार्ता पूरी करना चाहेगा।