नयी दिल्ली, कर्नाटक में 64 स्तंभों वाले मंडप की कथित उपेक्षा को दर्शाने वाले एक वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कहा कि भारत की स्थापत्य विरासत का ऐसा ‘दुरुपयोग’ देखना परेशान करने वाला है।
उन्होंने राज्य सरकार से विरासत स्थल की सुरक्षा का आग्रह किया।
सोमवार को एक व्यक्ति ने उक्त वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। हालांकि, यह किस तारीख का है, इसका जिक्र नहीं किया गया।
‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
शेखावत ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, “हमारी स्थापत्य विरासत की ऐसी उपेक्षा और दुरुपयोग देखना वास्तव में परेशान करने वाला है। तुंगभद्रा में 64 स्तंभों वाला मंडप हमारे इतिहास का एक अमूल्य हिस्सा है और ये न तो भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) संरक्षित स्थल में आता है और न ही केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में।”
केंद्रीय मंत्री द्वारा साझा किए गए वीडियो में एक व्यक्ति को मंडप के परिसर में खड़े होकर कथित तौर पर कच्चा मांस हाथ में लिये हुए देखा जा सकता है।
ऐसा माना जाता है कि 64 स्तंभों वाला यह मंडप विजयनगर साम्राज्य के सम्राट कृष्णदेवराय से जुड़ा हुआ है।
शेखावत ने अपने पोस्ट में कहा, “मैं सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार और संबंधित विभागों से आग्रह करता हूं कि वे इस तरह की गतिविधियों को जल्द से जल्द रोकें और इन स्थलों को राज्य संरक्षण प्रदान करें। यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सुनिश्चित करे कि सबसे शानदार साम्राज्यों में से एक के निशानों को महत्व दिया जाए, संरक्षित किया जाए।”