मंत्रिमंडल ने लद्दाख नवीकरणीय परियोजना से पारेषण लाइन के लिए 20,773.7 करोड़ रुपये मंजूर किए

नयी दिल्ली,  केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लद्दाख में 13 गीगावाट क्षमता वाली नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना से बिजली के पारेषण के लिए 20,773.7 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दे दी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए लद्दाख में 7.5 गीगावाट क्षमता का सौर पार्क स्थापित करने की घोषणा की थी।

व्यापक क्षेत्र सर्वेक्षण के बाद नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने लद्दाख के पांग में 12 गीगावाट घंटा की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) के साथ 13 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) उत्पादन क्षमता स्थापित करने की योजना तैयार की।

आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इतनी बड़ी मात्रा में बिजली निकालने के लिए एक अंतर-राजकीय पारेषण ढांचा स्थापित करने की जरूरत होगी।

आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने हरित ऊर्जा गलियारा (जीईसी) के दूसरे चरण के लिए लद्दाख में 13 गीगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा के लिए अंतर-राज्य पारेषण प्रणाली (आईएसटीएस) की स्थापना को मंजूरी दे दी।

इस सौर परियोजना से पैदा होने वाली बिजली की निकासी के लिए स्थापित होने वाली पारेषण लाइन हिमाचल प्रदेश और पंजाब से होकर हरियाणा के कैथल तक जाएगी, जहां इसे राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ा जाएगा।

इस परियोजना को वित्त वर्ष 2029-30 तक 20,773.70 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से स्थापित करने का लक्ष्य है। इसमें 40 प्रतिशत राशि यानी 8,309.48 करोड़ रुपये की केंद्रीय वित्तीय मदद होगी।