नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) भारतीय वनस्पति तेल उत्पादक संघ (आईवीपीए) ने सरकार से घरेलू प्रसंस्करणकर्ताओं की सुरक्षा के लिए दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र (साफ्टा) प्रावधानों के तहत नेपाल से शुल्क मुक्त खाद्य तेल आयात में तेज वृद्धि को प्रतिबंधित करने का सोमवार को आह्वान किया।
आईवीपीए ने बयान में कहा, जनवरी-मार्च 2025 में नेपाल से आयात बढ़कर 1,80,000 टन हो गया, जो पूरे 2024 में दर्ज 1,25,000 टन से अधिक है।
उद्योग निकाय के अनुसार, भारत द्वारा शुल्क वृद्धि के बाद 2024 का अधिकतर आयात अक्टूबर-दिसंबर के दौरान हुआ। इससे नेपाल के जरिये संभावित तीसरे विकल्प (देश) के आयात का संकेत मिलता है।
संघ ने कहा, ‘‘ यह वृद्धि जो नेपाल की अपनी तिलहन उत्पादन क्षमता द्वारा समर्थित नहीं है, मूल नियमों के प्रभावी बदलाव के बारे में गंभीर सवाल उठाती है।’’
आईवीपीए ने कहा कि शुल्क मुक्त आयात के प्रवाह ने भारतीय प्रसंस्करणकर्ताओं के लिए असमान स्थिति उत्पन्न कर दी है और बाजार की धारणा कमजोर हो गई है। इससे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से ‘‘काफी कम’’ कीमत मिल रही है।
संघ ने मंत्रालयों को सिफारिशें प्रस्तुत की हैं जिनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के कृषि हितों का समर्थन करते हुए साफ्टा के प्रावधानों का उचित रूप से क्रियान्वयन किया जाए।